क्या स्वस्थ समाज से भारत अपनी संपूर्ण क्षमता से आगे बढ़ेगा? : रेखा आर्य

सारांश
Key Takeaways
- स्वस्थ समाज से ही देश की प्रगति संभव है।
- महिलाओं और बच्चों को उचित पोषण देना आवश्यक है।
- आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की भूमिका महत्वपूर्ण है।
- कुपोषण मुक्त भारत के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हैं।
- राज्य सरकार के प्रयासों से पोषण अभियानों में सफलता मिल रही है।
देहरादून, 17 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में शुक्रवार को पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के नींबूवाला स्थित ऑडिटोरियम में आठवें राष्ट्रीय पोषण माह के समापन समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महिलाओं और बच्चों को महालक्ष्मी किट प्रदान की गई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में महिलाओं और बच्चों के पोषण के लिए जो मिशन प्रारंभ हुआ है, वह जनभागीदारी का सफल उदाहरण है। उत्तराखंड में इस दिशा में किए जा रहे प्रयास सराहनीय हैं।
महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए सबसे आवश्यक है कि देश की हर महिला और बच्चे को उचित पोषण मिले।
उन्होंने कहा कि जब समाज का हर वर्ग पोषित और स्वस्थ होगा, तभी राष्ट्र अपनी संपूर्ण क्षमता से आगे बढ़ सकेगा।
रेखा आर्य ने कहा कि इस दिशा में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की भूमिका सबसे अहम है। उन्हें गांव-गांव में पोषण जागरूकता की अग्रदूत बनकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से पोषण अभियानों के बेहतर परिणाम मिल रहे हैं और यह सामूहिक प्रयास भारत को “कुपोषण मुक्त” बनाने की दिशा में मजबूत कदम है।
समारोह में अतिथियों ने ओहो रेडियो, पोषण अभियान, अनुपूरक पोषाहार, मिशन शक्ति, नारी निकेतन एवं बाल गृह सहित कृषि, उद्यान और शिक्षा विभाग के विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, महिला सशक्तीकरण मंत्रालय भारत सरकार के अपर सचिव लव अग्रवाल, संयुक्त सचिव राधिका झा, विभाग के सचिव चंद्रेश कुमार, निदेशक बंशीलाल राणा, निमिषा झा सहित कई अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।