क्या एसआईआर के नाम पर विपक्ष को गंदी राजनीति बंद नहीं करनी चाहिए? : रोहन गुप्ता

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क्या एसआईआर के नाम पर विपक्ष को गंदी राजनीति बंद नहीं करनी चाहिए? : रोहन गुप्ता

सारांश

रोहन गुप्ता ने बिहार में मतदाता सूची संशोधन पर विपक्ष की राजनीति पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को उजागर करते हुए कहा कि यह लोकतंत्र की जीत है। क्या विपक्ष को इसके बाद भी राजनीति करने का हक है?

Key Takeaways

  • सुप्रीम कोर्ट ने विपक्ष को स्पष्ट संदेश दिया है।
  • 7.24 करोड़ मतदाता पहले ही पंजीकरण करा चुके हैं।
  • विपक्ष को 65 लाख मतदाताओं की सूची दी गई है।
  • सेना ने ऑपरेशन महादेव में उत्कृष्टता दिखाई है।
  • राजनीतिक विवादों से जनता को माफी मांगने की आवश्यकता है।

अहमदाबाद, 28 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में मतदाता सूची संशोधन पर सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई और ऑपरेशन महादेव के संदर्भ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता रोहन गुप्ता ने विपक्ष पर कठोर आक्रमण किया है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने उन विपक्षी दलों को सख्त जवाब दिया है, जो विशेष मतदाता सूची संशोधन (एसआईआर) के नाम पर गंदी राजनीति कर रहे थे।

रोहन गुप्ता ने राष्ट्र प्रेस से चर्चा करते हुए बताया कि बिहार में 7.89 करोड़ मतदाताओं में से 7.24 करोड़ के फॉर्म पहले ही एकत्रित हो चुके हैं। यह एक विशाल संगठनात्मक प्रयास है, जिसे निर्वाचन आयोग ने सभी राजनीतिक दलों के सहयोग से किया। यह लोकतंत्र की एक बड़ी जीत है। विपक्ष अब पूरी तरह बेनकाब हो चुका है।

उन्होंने आगे कहा कि शेष 65 लाख मतदाताओं की सूची विपक्ष को सौंप दी गई है और इस पर एक महीने का समय दिया गया है, ताकि वे किसी भी त्रुटि के लिए आवाज उठा सकें।

रोहन गुप्ता ने विपक्ष से पूछा, "आपके पास 65 लाख मतदाताओं की सूची है, यदि किसी का नाम गलती से छूट गया हो तो उसे सुधारने का अवसर है। फिर आप किस प्रकार की राजनीति कर रहे हैं? संवैधानिक संस्थाओं पर सवाल उठाकर कब तक अपनी राजनीति चमकाएंगे?"

उन्होंने विपक्ष को चुनौती दी कि वे एक भी सबूत पेश करें, जहां एसआईआर प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी हुई हो। यदि किसी का नाम छूट गया है, तो ड्राफ्ट सूची में सुधार का अवसर है। विपक्ष को इस मुद्दे पर राजनीति बंद करनी चाहिए और जनता से माफी मांगनी चाहिए।

इसके अतिरिक्त, ऑपरेशन महादेव पर रोहन गुप्ता ने हमारी सेना की प्रशंसा की और कहा कि सावन के पवित्र महीने में सेना ने तीन आतंकवादियों को मार गिराकर देश का गौरव बढ़ाया है। ऑपरेशन सिंदूर में भी सेना ने अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है और अब ऑपरेशन महादेव में भी यह साबित हुआ है कि हमारी सेना किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम है। विपक्ष से हमारी अपील है कि वे इस मुद्दे पर राजनीति न करें।

उन्होंने कहा, "हमारी सेना पर पूरा विश्वास रखें। जो लोग हमें लाल आंख दिखाएंगे, उन्हें जवाब देने की हमारी पूरी क्षमता है। ऑपरेशन सिंदूर और महादेव इसके स्पष्ट उदाहरण हैं।"

Point of View

हमें यह समझना चाहिए कि लोकतंत्र में सभी दलों की जिम्मेदारी है कि वे संविधान का सम्मान करें। रोहन गुप्ता का यह बयान विपक्ष की राजनीति के प्रति एक सख्त संदेश है। हमें हमेशा देशहित में सोचने की आवश्यकता है।
NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

रोहन गुप्ता ने किस मुद्दे पर विपक्ष पर हमला किया?
रोहन गुप्ता ने विशेष मतदाता सूची संशोधन (एसआईआर) पर विपक्ष की गंदी राजनीति के खिलाफ आवाज उठाई।
सुप्रीम कोर्ट का निर्णय क्या था?
सुप्रीम कोर्ट ने विपक्षी दलों को स्पष्ट जवाब देते हुए उनकी राजनीति को नकारा।
रोहन गुप्ता ने क्या चुनौती दी?
उन्होंने विपक्ष को चुनौती दी कि वे एसआईआर प्रक्रिया में गड़बड़ी का कोई सबूत पेश करें।
ऑपरेशन महादेव का क्या महत्व है?
ऑपरेशन महादेव में सेना ने आतंकवादियों को मारकर राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत किया।
क्या विपक्ष को अपने रवैये में बदलाव लाना चाहिए?
रोहन गुप्ता ने कहा कि विपक्ष को राजनीति छोड़कर जनता से माफी मांगनी चाहिए।