क्या लखनऊ के कैसरबाग मछली मंडी में गिरा पीपल का पेड़ बड़ा हादसा बना?

सारांश
Key Takeaways
- लखनऊ में एक पुराना पीपल का पेड़ गिरा।
- इस घटना में एक की मौत और चार अन्य लोग घायल हुए।
- स्थानीय प्रशासन ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया।
- दोषी ठहराने के लिए नगर निगम पर आरोप लगे।
- घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
लखनऊ, १६ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कैसरबाग क्षेत्र में मंगलवार दोपहर को एक बड़ा हादसा घटित हुआ। मछली मंडी के समीप स्थित एक सौ वर्ष पुराना विशाल पीपल का पेड़ अचानक जड़ से उखड़कर गिर गया, जिससे दो मकान ढह गए और कई वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। इस दुखद घटना में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना लगभग दो बजे दोपहर की है, जब तेज बारिश और हवा के चलते मिट्टी कमजोर हो गई। पेड़ के गिरने से मछली मंडी के आस-पास अफरा-तफरी मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पेड़ दो मकानों पर गिरा, जिससे उसमें रहने वाले लोग नीचे दब गए। मृतक की पहचान रामू दादा के रूप में हुई है, जो मंडी में कार्यरत थे। घायलों को तुरंत निकालकर बलरामपुर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि उनकी स्थिति स्थिर है और खतरा टल गया है। हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन ने तुरंत बचाव कार्य प्रारंभ कर दिया।
सूचना मिलते ही कैसरबाग थाने की पुलिस, दमकल विभाग, एसडीआरएफ और नगर निगम की टीमें मौके पर पहुंच गईं। जिलाधिकारी विशाक जी. ने बताया, "सूचना मिलते ही इमरजेंसी रिस्पांस टीम ने रेस्क्यू शुरू कर दिया। दुर्भाग्यवश एक व्यक्ति की जान चली गई, लेकिन चारों घायलों को अस्पताल भेज दिया गया है। उनकी स्थिति ठीक है। फायर सर्विस की टीम पूरे क्षेत्र की जांच कर रही है और पेड़ को हटाने का कार्य जारी है।" उन्होंने आश्वासन दिया कि मृतक के परिवार को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने भी घटनास्थल का दौरा किया और बचाव कार्यों का आकलन किया। उन्होंने घायलों के त्वरित इलाज के निर्देश दिए।
सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा ने हादसे पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नगर निगम पर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "यह पूरी तरह से लखनऊ नगर निगम की लापरवाही है। यदि समय पर यह पुराना पेड़ काट दिया जाता, तो इतना बड़ा हादसा नहीं होता। कैसरबाग में अभी भी कई जर्जर पेड़ हैं, जो कभी भी गिर सकते हैं। मंडी का ढांचा भी खराब है, उसे तुरंत ठीक किया जाए। मृतकों के परिवार को एक करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाए। ऐसी घटनाएं पुनः न हों, इसके लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।"
स्थानीय निवासियों ने हादसे पर दुख व्यक्त किया और सरकार से पीड़ितों के लिए मुआवजे की मांग की है।