क्या मध्य प्रदेश में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हो रहा है?

सारांश
Key Takeaways
- मध्य प्रदेश में भारी बारिश का सिलसिला जारी है।
- जलभराव के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है।
- कई परिवारों को राहत शिविरों में भेजा गया है।
- मौसम विभाग ने 20 से ज्यादा जिलों में चेतावनी जारी की है।
- भारी बारिश के कारण बांधों का जलस्तर भी बढ़ गया है।
भोपाल, 29 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश में बारिश का सिलसिला जारी है और इसका प्रभाव आम जनजीवन पर पड़ रहा है। नदी-नालों से लेकर बांधों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, वहीं निचली बस्तियों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। कई परिवारों को राहत शिविरों में भेजा गया है।
मौसम विभाग ने राज्य के 20 से ज्यादा जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। राज्य के अधिकांश हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से कहीं रुक-रुक कर, तो कहीं लगातार बारिश का सिलसिला जारी है। सोमवार की रात को राजधानी भोपाल समेत राज्य के कई क्षेत्रों में जोरदार बारिश हुई।
राजधानी के कई इलाकों में जनजीवन गंभीर प्रभावित हुआ और जलभराव की स्थिति बन गई। बारिश का यह सिलसिला मंगलवार को भी जारी है। राज्य के कई हिस्सों में भी बारिश देखी गई। अधिकांश बांधों का जलस्तर बढ़ रहा है और कई स्थानों पर जल निकासी के लिए गेट खोलने पड़े हैं।
राजधानी की बात करें तो यहां के बड़े तालाब का जलस्तर बढ़ा है, कोलार बांध समेत अन्य बांधों का जलस्तर भी बढ़ा है। शिवपुरी में स्थिति यह है कि पानी सड़कों पर है और मगरमच्छ भी सड़क पर घूमते नजर आ रहे हैं। कई क्षेत्रों में भारी बारिश के चलते निचली बस्तियों में पानी भर गया है। प्रभावित परिवारों को राहत शिविरों में भेजा गया है।
मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में राज्य के कई जिलों के लिए सामान्य से लेकर भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग का कहना है कि लो प्रेशर एरिया बना हुआ है और ट्रफ लाइन गुजर रही है। इस कारण राज्य के ग्वालियर, शिवपुरी, मुरैना, भिंड, दतिया, श्योपुर, टीकमगढ़ आदि में भारी बारिश हो सकती है। वहीं राजगढ़, शाजापुर, देवास, सिवनी, नरसिंहपुर, जबलपुर आदि स्थानों पर भी जोरदार बारिश की संभावना है।