क्या मध्य प्रदेश में पुलिस ने तीन दिन में 1100 आरोपियों को दबोचा?
सारांश
Key Takeaways
- एक विशेष कांबिंग अभियान के तहत 1100 से अधिक आरोपी पकड़े गए।
- 700 से अधिक निगरानी बदमाशों की जांच की गई।
- अवैध शराब से संबंधित 30 नए प्रकरण दर्ज किए गए।
- ग्वालियर और कटनी में भी बड़ी गिरफ्तारियां हुईं।
- अपराधियों की गतिविधियों की बारीकी से जांच की गई।
भोपाल, 15 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश में अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस ने फरार बदमाशों और आरोपियों पर गहरी नजर रखी है। इसी का परिणाम है कि पिछले तीन दिनों में राज्य के विभिन्न इलाकों में 1100 से अधिक फरार आरोपियों को पकड़ा गया है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, पुलिस के विशेष कांबिंग अभियान में 1100 से अधिक स्थायी और गिरफ्तारी वारंटियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही 700 से अधिक निगरानी बदमाशों, गुंडों और अन्य अपराधियों की जांच की गई।
इस कार्रवाई के माध्यम से लंबे समय से फरार चल रहे अपराधियों को कानून के दायरे में लाया गया, और अपराधों की पूर्व-रोकथाम में भी महत्वपूर्ण सफलता हासिल की गई। बताया गया कि जिले में विशेष कांबिंग गश्त अभियान के दौरान कई वर्षों से फरार 51 स्थायी वारंटियों और गिरफ्तारी वारंटियों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा, 140 से अधिक निगरानी बदमाशों और सूचीबद्ध अपराधियों के घरों, अड्डों और संदिग्ध स्थानों पर छापेमारी कर उनकी गतिविधियों की गहन जांच की गई।
इसी प्रकार कटनी जिले में की गई व्यापक कांबिंग कार्यवाही के दौरान 145 वारंटी और अपराधियों को हिरासत में लिया गया, जिनमें 23 स्थायी और 82 गिरफ्तारी वारंट शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, अवैध शराब जमाखोरी और बिक्री से संबंधित 30 नए प्रकरण दर्ज किए गए। न्याय पथ अभियान के अंतर्गत छतरपुर जिले में बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई।
इस दौरान 40 स्थायी वारंटी, 76 गिरफ्तारी वारंटी और 52 हजार के इनामी अपराधियों सहित 200 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। मुरैना जिले में 125 स्थायी और गिरफ्तारी वारंटियों को हिरासत में लिया गया। अपराधियों के खिलाफ चल रहे अभियान में ग्वालियर जिले में 121 स्थायी और 129 गिरफ्तारी वारंट सहित कुल 250 वारंटियों को गिरफ्तार किया गया। गुना जिले में 43 वारंटियों को गिरफ्तार किया गया। राज्य के अन्य जिलों मंदसौर, सीहोर आदि में भी बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियां की गई हैं।