क्या महागठबंधन का अंदरूनी कलह जनता के लिए चुनौती बन रहा है? : दिलीप जायसवाल

सारांश
Key Takeaways
- महागठबंधन में आंतरिक कलह है।
- भाजपा का नेतृत्व मजबूत है।
- बिहार की जनता विकास चाहती है।
- महागठबंधन की विश्वसनीयता कम हो रही है।
- पीएम मोदी का रैली में आना महत्वपूर्ण है।
पटना, 20 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियों में सियासी गतिविधियाँ तेज हो चुकी हैं। इस संदर्भ में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने महागठबंधन के सीट बंटवारे पर तीखे आरोप लगाए हैं।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन के अंदर चल रही आंतरिक कलह और आपसी आरोप-प्रत्यारोप से बिहार की जनता के बीच उनकी विश्वसनीयता में कमी आ रही है।
दिलीप जायसवाल ने यह दावा किया कि जो गठबंधन सीटों का बंटवारा भी सही तरीके से नहीं कर सकता, वह बिहार पर शासन करने की क्षमता नहीं रखता।
महागठबंधन के घटक दलों जैसे कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को लेकर उन्होंने कहा कि ये दल आपस में उलझे हुए हैं।
उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबरों का जिक्र करते हुए कहा कि महागठबंधन के कुछ दल पैसे लेकर टिकट बेचने में शामिल हैं। यह सब बिहार की जनता के सामने है। लोग समझ चुके हैं कि महागठबंधन का असली लक्ष्य केवल सत्ता हासिल करना है, न कि जनता की भलाई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अक्टूबर को बिहार में चुनावी रैली को संबोधित करने आएंगे, जहाँ वे जन नायक भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
दिलीप जायसवाल ने बताया कि पीएम मोदी कर्पूरी ठाकुर के गांव जाकर उनके घर पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे और फिर चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि यह कदम बिहार की जनता के लिए उनके सम्मान और सामाजिक न्याय के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) बिहार में एकजुट होकर चुनाव लड़ रहे हैं। एनडीए की एकता और पीएम मोदी के नेतृत्व में किए गए विकास कार्यों के चलते बिहार की जनता इस बार फिर से एनडीए को प्रचंड बहुमत देगी। बिहार की जनता विकास और सुशासन चाहती है, और यह केवल एनडीए ही दे सकता है।
महागठबंधन पर निशाना साधते हुए दिलीप जायसवाल ने कहा कि उनके पास न तो कोई ठोस नीति है और न ही जनता के लिए कोई विजन है। उन्होंने मतदाताओं से अपील की कि वे महागठबंधन के भ्रष्टाचार और अव्यवस्था को देखते हुए एनडीए का समर्थन करें।