क्या महागठबंधन का घोषणापत्र भाजपा के आरोपों पर खरा उतर पाएगा?
सारांश
Key Takeaways
- महागठबंधन का घोषणापत्र 28 अक्टूबर को जारी होगा।
- भाजपा ने घोषणापत्र पर आरोप लगाए हैं कि इसमें ठोस बातें नहीं हैं।
- तेजस्वी यादव ने नौकरी देने का बड़ा वादा किया था।
- एसआईआर की प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट से मान्यता प्राप्त है।
- राहुल गांधी की रैली की संभावनाएं बनी हुई हैं।
पटना, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की राजधानी पटना में मंगलवार को महागठबंधन अपना चुनावी घोषणापत्र प्रस्तुत करने जा रहा है। इस पर भाजपा प्रवक्ता गुरु प्रकाश पासवान ने एक बयान दिया है।
महागठबंधन के चुनावी घोषणापत्र से पहले, बिहार के भाजपा प्रवक्ता गुरु प्रकाश पासवान ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "इन लोगों के पास घोषणापत्र में प्रस्तुत करने के लिए कोई ठोस जानकारी नहीं है। ये लोग हर दिन कुछ न कुछ बोलते हैं, जो इनके दिमाग में आता है, आज भी कुछ ऐसा ही करेंगे।"
तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने 2 करोड़ 60 लाख युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन अब तक इसके बारे में कुछ नहीं बताया है। ये लोग लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं।
गुरु प्रकाश पासवान ने कहा, "एसआईआर का लागू होना निश्चित है। सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि एसआईआर की प्रक्रिया संविधान के अंतर्गत आती है। इसलिए इसे लागू करने में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।"
उन्होंने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 323, 324 और 325 के तहत चुनाव आयोग को ये अधिकार हैं। यह पहली बार नहीं हो रहा है, जिस पर इतना शोर किया जा रहा है। पहले भी कई बार ऐसा हो चुका है। बिहार में 99 प्रतिशत से अधिक लोगों ने एसआईआर प्रक्रिया में भाग लिया है, जिससे वोटर लिस्ट सही हुई है।
गुरु प्रकाश पासवान ने कहा कि चुनाव आयोग ने समय भी दिया था कि अगर किसी को कोई समस्या हो, तो वह शिकायत कर सकता है, लेकिन कहीं से कोई शिकायत नहीं आई थी।
बिहार में राहुल गांधी की संभावित रैली पर गुरु प्रकाश पासवान ने कहा कि शायद विदेश यात्रा से लौटने का समय उन्हें मिल गया होगा। विपक्ष चुनाव में कठिनाई नहीं करता और हारने के बाद कई प्रकार के बयान देता है।
प्रशांत किशोर के वोटर लिस्ट में दो स्थानों पर नाम दर्ज होने पर भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि प्रशांत किशोर जैसे लोग चुनाव को व्यवसाय समझते हैं और कुछ भी करने लगते हैं। इन लोगों को चुनाव को गंभीरता से लेना चाहिए, जो ये लोग नहीं लेते।