क्या महाराष्ट्र में गरबा विवाद में सिक्योरिटी गार्ड की चाकू से हत्या हुई?

सारांश
Key Takeaways
- सिक्योरिटी गार्ड की हत्या एक गंभीर मामला है।
- मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
- झगड़े का कारण गरबा खेलना था।
- पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की।
- समाज में हिंसा की बढ़ती प्रवृत्तियों पर विचार करने की आवश्यकता है।
पनवेल, 4 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के उलवे सेक्टर 25 'ए' स्थित वैकुंठ बिल्डिंग में शुक्रवार रात गरबा खेलने को लेकर हुआ एक साधारण विवाद, खूनी संघर्ष में बदल गया। इस झगड़े में बिल्डिंग के सिक्योरिटी गार्ड की चाकू से हत्या कर दी गई। घटना की सूचना मिलने पर उलवे पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी और उसके सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया।
यह घटना शुक्रवार रात लगभग 1 बजे हुई। मृतक गार्ड की पहचान उदय केहरि सूद (26) के रूप में हुई है। मुख्य आरोपी का नाम ऋषिकेश रामदास रांजने (27) है, जो एक एस्टेट एजेंट है, जबकि दूसरे आरोपी का नाम सूरज रत्नलाल है।
पुलिस के अनुसार, आरोपी नवरात्रि के दौरान गरबा खेलने के कारण रोजाना देर से लौटते थे, जिससे बिल्डिंग के निवासियों को असुविधा होती थी। इसी वजह से गार्ड उदय सूद और ऋषिकेश रांजने के बीच अक्सर झगड़े होते थे। शुक्रवार रात फिर से दोनों के बीच तीखी बहस हुई। झगड़े के दौरान, गार्ड ने कथित तौर पर ताले से आरोपी के सिर पर हमला किया।
इसके जवाब में, ऋषिकेश ने अपने पास रखे चाकू से गार्ड उदय के पेट पर घातक वार किया। गंभीर रूप से घायल गार्ड उदय सूद की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद, ऋषिकेश मृतक का मोबाइल लेकर फरार हो गया।
घटना की जानकारी मिलने पर, उलवे पुलिस स्टेशन की टीम मौके पर पहुंची और वरिष्ठ अधिकारियों ने मुखबिरों और तकनीकी मदद से आरोपी की तलाश शुरू की।
शनिवार सुबह पुलिस ने भागने की कोशिश कर रहे मुख्य आरोपी ऋषिकेश रामदास रांजने को पनवेल से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी पर हत्या (आईपीसी की धारा 302) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। वहीं, सूरज रत्नलाल जेसवाल को अपराध में सहयोग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।