क्या महाराष्ट्र में पहली बार 'नमो स्किल सेंटर क्लस्टर' की स्थापना हुई है?

सारांश
Key Takeaways
- नमो स्किल सेंटर क्लस्टर युवाओं को कौशल विकास में मदद करेगा।
- रायगढ़ में नमो हाई-टेक फार्मास्युटिकल पार्क की स्थापना होगी।
- उद्यमिता को प्रोत्साहन मिलेगा।
- मराठी भाषा का वैश्विक प्रचार होगा।
- नवीनतम तकनीक और कौशल प्रदान किए जाएंगे।
रत्नागिरी, १७ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर, महाराष्ट्र सरकार के उद्योग और मराठी भाषा मंत्री उदय सामंत ने दो महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। इनमें कौशल विकास और मराठी भाषा के वैश्विक प्रचार से संबंधित कदम शामिल हैं।
मंत्री उदय सामंत ने कहा कि उद्योग विभाग द्वारा देश में पहली बार 'नमो स्किल सेंटर क्लस्टर' की स्थापना की जा रही है। इसके तहत पांच कौशल विकास केंद्रों का निर्माण पूरा हो चुका है, जो नागपुर, अमरावती, नासिक, पुणे और छत्रपति संभाजीनगर में स्थित हैं।
इन केंद्रों में नमो इंजीनियरिंग स्किल सेंटर, नमो ऑटोमोबाइल स्किल सेंटर, नमो वस्त्र उद्योग स्किल सेंटर, नमो सॉफ्ट स्किल सेंटर और नमो कृषि उद्योग स्किल सेंटर शामिल हैं। इनका उद्घाटन और नामकरण समारोह जल्द ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्रियों एकनाथ शिंदे एवं अजित पवार की उपस्थिति में होगा। इन केंद्रों का उद्देश्य युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में कौशल प्रदान कर रोजगार के अवसर बढ़ाना है।
मंत्री उदय सामंत ने एक और महत्वपूर्ण घोषणा की है कि रायगढ़ जिले में 'नमो हाई-टेक फार्मास्युटिकल पार्क' की स्थापना की जाएगी। उन्होंने कहा कि तीन साल पहले बीडीपी प्रोजेक्ट को लेकर फैले विवादों को दूर करते हुए, उद्योग विभाग इस महत्वाकांक्षी परियोजना को आगे बढ़ाएगा। यह पार्क न केवल क्षेत्र में औद्योगिक विकास को गति देगा, बल्कि रोजगार सृजन और तकनीकी उन्नति में भी योगदान करेगा।
मराठी भाषा मंत्री के रूप में, उदय सामंत ने 'नमो मराठी अभियान' की घोषणा की, जिसके तहत मराठी भाषा के वैश्विक प्रचार के लिए एक वर्षीय अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत देशभर में ७५ गृह मराठी मंडल और ७५ अंतरराष्ट्रीय मंच स्थापित किए जाएंगे। ये मंच लंदन में निर्माणाधीन छत्रपति शिवाजी महाराज वैश्विक भाषा केंद्र से जुड़े होंगे। इस पहल का उद्देश्य मराठी भाषा और संस्कृति को वैश्विक स्तर पर स्थापित करना है।
मंत्री उदय सामंत ने जोर दिया कि इन दोनों निर्णयों को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मार्गदर्शन में तुरंत लागू किया जाएगा। इन योजनाओं से महाराष्ट्र में औद्योगिक और सांस्कृतिक विकास को नई दिशा मिलने की उम्मीद है।