क्या महाराष्ट्र सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए उल्लेखनीय कार्य किए हैं? : प्रताप सरनाईक
सारांश
Key Takeaways
- महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए ठाणे में आवासीय इमारत का निर्माण
- 50 करोड़ रुपए की लागत से परियोजना
- सरकार ने सुरक्षा, सम्मान और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं
- किसानों के लिए राहत पैकेज की घोषणा
- सरकार का लक्ष्य हर महिला को सशक्त बनाना है
ठाणे, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने कहा कि राज्य के उपमुख्यमंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने पिछले तीन से चार वर्षों में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए विशेष प्रयास किए हैं। उन्होंने मीडिया के साथ बातचीत में बताया कि सरकार महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए अनेक नई योजनाओं पर काम कर रही है।
सरनाईक ने यह भी बताया कि ठाणे महानगरपालिका क्षेत्र में कामकाजी महिलाओं के लिए एक नौ मंजिला आवासीय इमारत बनाने की योजना बनाई गई है। इस परियोजना की लागत लगभग 50 करोड़ रुपए होगी और इसमें 400 कमरे बनाए जाएंगे। आवश्यकतानुसार बेड की संख्या और सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी।
उन्होंने कहा कि यह ठाणे कारपोरेशन का पहला ऐसा प्रकल्प है, जो महिलाओं को रहने और भोजन की सुविधा उपलब्ध कराएगा। राज्य सरकार का उद्देश्य है कि हर महिला सशक्त बने और किसी भी स्तर पर न्याय से वंचित न रहे।
सरनाईक ने उद्धव ठाकरे के मराठवाड़ा दौरे और उनके बयानों पर भी प्रतिक्रिया दी। ठाकरे ने आरोप लगाया था कि राज्य सरकार ने किसानों की अनदेखी की है और अब तक राहत पैकेज किसानों तक नहीं पहुंचा। इस पर सरनाईक ने कहा कि महायुति सरकार द्वारा घोषित राहत पैकेज किसानों के बैंक खातों में जमा किया जा रहा है। उन्होंने बताया, “कई जिलों में तकनीकी कारणों से कुछ किसानों तक राशि अभी नहीं पहुंची है, लेकिन राज्य सरकार ने जिलाधिकारियों को पर्याप्त फंड जारी कर दिया है ताकि कोई भी किसान वंचित न रहे।”
सरनाईक ने उद्धव ठाकरे पर कटाक्ष करते हुए कहा, “जब किसानों को सबसे ज्यादा जरूरत थी, तब ठाकरे नहीं पहुंचे। अब चुनाव के समय वे मराठवाड़ा का दौरा कर रहे हैं। दीपावली के समय वे अपने भाई के घर पर फल खाने में व्यस्त थे, जबकि एकनाथ शिंदे ने जनता के बीच जाकर दीपावली मनाई और लोगों को अनाज व कपड़े बांटे। ऐसा नेता ही जनता का सच्चा प्रतिनिधि होता है।