क्या कनाडा के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मंत्री मनिंदर सिद्धू की भारत यात्रा निवेश और व्यापारिक संबंधों को नया आयाम देगी?
सारांश
Key Takeaways
- कनाडा की यात्रा से भारत और कनाडा के व्यापारिक संबंधों में सुधार होगा।
- निवेश के नए अवसरों की खोज की जाएगी।
- स्वच्छ प्रौद्योगिकी और AI में सहयोग को बढ़ावा दिया जाएगा।
- 2024 में द्विपक्षीय व्यापार 30 अरब डॉलर को पार कर गया है।
- कनाडा हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत को एक प्रमुख भागीदार मानता है।
नई दिल्ली, 12 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। कनाडा के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मंत्री मनिंदर सिद्धू बुधवार को भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। वह दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश संबंधों को मजबूत करने के अवसरों की खोज में 12 से 13 नवंबर, 2025 तक नई दिल्ली में रहेंगे। इसके बाद, वह 14 नवंबर को भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए विशाखापत्तनम जाएंगे।
अपनी यात्रा के दौरान, मंत्री सिद्धू आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), स्वच्छ प्रौद्योगिकी और डिजिटल उद्योगों में कनाडा और भारत के बीच स्थापित व्यावसायिक संबंधों को समर्थन और विस्तार देने के लिए कनाडा की प्रतिबद्धता को उजागर करेंगे। साथ ही, वे दोनों देशों के श्रमिकों और व्यवसायों के लिए लाभकारी साझेदारियों के नए अवसरों की खोज करेंगे।
कनाडाई मंत्री मनिंदर सिद्धू ने कहा, "भारत की यह यात्रा हमारे व्यापारिक संबंधों में विविधता लाने और नए निवेश आकर्षित करने की कनाडा की प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगी। भारत, जो दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, कनाडाई व्यवसायों और श्रमिकों के लिए महत्वपूर्ण अवसर प्रस्तुत करता है। दोनों देशों के व्यावसायिक संबंध लगातार बढ़ रहे हैं, और 2024 में द्विपक्षीय व्यापार 30 अरब डॉलर को पार कर गया है।"
उन्होंने आगे कहा, "ऊर्जा, स्वच्छ प्रौद्योगिकी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और कृषि जैसे क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करके, हम नए व्यावसायिक अवसरों का सृजन कर सकते हैं। नई तकनीकें अपनाने से नवाचार को बढ़ावा मिलेगा, जिससे आपूर्ति श्रृंखलाएं और अधिक लचीली और सुरक्षित होंगी। इससे दोनों देशों को साझा लाभ और समृद्धि मिलेगी।"
कनाडा एक व्यापक रणनीति के तहत हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अपने आर्थिक संबंधों को सशक्त कर रहा है, जिसमें भारत एक प्रमुख साझेदार है। 2024 में, भारत कनाडा का सातवां सबसे बड़ा वस्त्र और सेवा व्यापार भागीदार बना, जिसका द्विपक्षीय व्यापार 30.9 अरब डॉलर था।
--आईएनएस
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