क्या कांग्रेस और संघ की तुलना की जा सकती है? सुभाषिनी शरद यादव ने दिया बयान
सारांश
Key Takeaways
- सुभाषिनी शरद यादव ने संघ और कांग्रेस की तुलना को गलत बताया।
- कांग्रेस का उद्देश्य हमेशा जोड़ने का रहा है।
- बांग्लादेश में हो रही घटनाओं पर सावधानी से विचार करने की आवश्यकता है।
- मनरेगा गरीबों के लिए सहारा बनी है।
नई दिल्ली, 28 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस की नेता सुभाषिनी शरद यादव ने स्पष्ट किया है कि संघ और कांग्रेस पार्टी की तुलना नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का उद्देश्य जोड़ना है, जबकि संघ का कार्य तोड़ना है। यह बयान कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के एक्स पोस्ट के संदर्भ में आया है।
नई दिल्ली में राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और उनका बयान उनके निजी विचार हैं। उन्होंने हमेशा पार्टी को मजबूत करने के लिए काम किया है और हम उनके साथ खड़े हैं। उनका बयान विचारणीय है। कांग्रेस और संघ की तुलना नहीं की जा सकती। कांग्रेस जोड़ने का काम करती है, जबकि संघ तोड़ने का।
कांग्रेस के स्थापना दिवस पर सुभाषिनी शरद यादव ने कहा कि हम 141 साल पूरे कर रहे हैं, यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है। कांग्रेस ने लगातार सड़कों से लेकर संसद तक देश के विकास के लिए संघर्ष किया है।
बांग्लादेश में हिंदुओं की मॉब लिंचिंग पर कांग्रेस नेता ने टिप्पणी करते हुए कहा कि जो कुछ भी हो रहा है, वह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन यह उनका आंतरिक मामला है। हमें सभी धर्मों की रक्षा करनी चाहिए।
मनरेगा का जिक्र करते हुए सुभाषिनी शरद यादव ने कहा कि मनरेगा और वंदे मातरम जैसे मुद्दे अक्सर ध्यान भटकाने के लिए उठाए जाते हैं। नाम बदलने से इरादा नहीं बदलता। मनरेगा ने गरीब परिवारों को सहारा दिया है और इसे खत्म करने की कोशिश सफल नहीं होगी।