क्या देश जनता का है, सरकार का नहीं? चुनाव आयोग के खिलाफ कोर्ट जाएंगे: मनोज कुमार

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क्या देश जनता का है, सरकार का नहीं? चुनाव आयोग के खिलाफ कोर्ट जाएंगे: मनोज कुमार

सारांश

सासाराम से कांग्रेस सांसद मनोज कुमार ने कई मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखी। उन्होंने चुनाव आयोग की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि देश जनता का है, किसी सरकार का नहीं। जानें इस मुद्दे पर उनका क्या कहना था।

Key Takeaways

  • मतदाता सूची सुधार पर चर्चा जरूरी है।
  • चुनाव आयोग के निर्देशों में बार-बार बदलाव चिंता का विषय है।
  • राजनीतिक दलों को जनता की आवाज सुननी चाहिए।
  • चक्का जाम के माध्यम से विरोध जताना एक महत्वपूर्ण कदम है।
  • बयानबाजी से चुनाव नहीं जीते जाते, यह वास्तविकता है।

नई दिल्ली, 7 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। सासाराम से कांग्रेस सांसद मनोज कुमार ने सोमवार को कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी स्पष्ट राय व्यक्त की। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार और चुनाव आयोग को भी नकारात्मक ढंग से पेश किया। उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची सुधार के मुद्दे से लेकर पहलगाम आतंकी हमले और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति पर अपने विचार साझा किए।

मनोज कुमार ने बिहार में मतदाता सूची सुधार को लेकर राजद नेता मनोज झा और टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दी गई चुनौती पर कहा कि संविधान ने हमें विरोध करने का अधिकार दिया है। हम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे, सड़क पर उतरेंगे और संसद में अपनी आवाज उठाएंगे। यह देश जनता का है, किसी सरकार का नहीं। यह नहीं कहा जाएगा कि जो कहा जाए वह मान लिया जाए।

उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग अपने निर्देश में बार-बार परिवर्तन कर रहा है। उन्होंने कहा कि वे (चुनाव आयोग) कभी कहते हैं कि राशन कार्ड की आवश्यकता नहीं है, कभी आधार लाने के लिए कहते हैं, कभी पैन कार्ड लाने के लिए, और माता-पिता की जन्मतिथि लाने के लिए भी। यह आदेश नहीं, तानाशाही है। हम 48 घंटे के भीतर बिहार में ऐतिहासिक चक्का जाम करेंगे, और अगर जरूरत पड़ी तो पूरे देश में करेंगे।

बिहार विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान की भूमिका पर पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए मनोज कुमार ने कटाक्ष किया कि वह कभी कहते हैं कि लड़ेंगे, कभी कहते हैं नहीं लड़ेंगे, कभी 243 सीटों की बात करते हैं तो कभी सामान्य सीट की। चिराग पासवान ने चुनाव आयोग जैसी स्थिति बना ली है। वह हर दिन नया बयान देते हैं। उन्होंने दावा किया कि चिराग के कोर वोटर अब उनसे नाराज हैं। रामविलास पासवान गरीबों के नेता थे, लेकिन चिराग अब पीछे रह गए हैं। वोटर सवाल पूछ रहे हैं। बयानबाजी से चुनाव नहीं जीते जाते।

ब्रिक्स सम्मेलन में पीएम मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले को 'मानवता पर हमला' बताया, इस पर मनोज कुमार ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि पूरा देश और दुनिया निंदा कर रही है, लेकिन जब हमारी सेना आगे बढ़ रही थी, उसे क्यों रोका गया? 25 निर्दोष लोगों की हत्या हुई, एक नेपाली भाई भी मारा गया। 'ऑपरेशन सिंदूर' चल रहा था, लेकिन अचानक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सीजफायर को लेकर एक पोस्ट कर देते हैं और सब रुक जाता है। क्या अब भारत ट्रंप के इशारे पर चलेगा?

उन्होंने आगे कहा कि यह कैसी विडंबना है कि आतंकवादियों का गढ़ पाकिस्तान अब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष बन गया? यह ट्रंप का खेल है। अब भारत और पाकिस्तान को ट्रंप चलाएंगे। जब चाहेंगे भारत-पाकिस्तान में लड़ाई करा देंगे, फिर मध्यस्थता करवा देंगे। प्रधानमंत्री को शर्म आनी चाहिए कि पूरी दुनिया साथ थी, फिर भी हमारी सेना को रोक दिया गया। देश आपको माफ नहीं करेगा।

Point of View

वे सरकार और चुनाव आयोग के कार्यों पर सवाल खड़े कर रहे हैं। उन्होंने लोकतंत्र की रक्षा के लिए अपने अधिकारों की बात की है। यह महत्वपूर्ण है कि जनप्रतिनिधि अपने मतदाताओं की आवाज उठाएं और सरकार की नीतियों पर सवाल करें।
NationPress
03/09/2025

Frequently Asked Questions

मनोज कुमार ने चुनाव आयोग पर क्या आरोप लगाए?
मनोज कुमार ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग बार-बार अपने निर्देशों में बदलाव कर रहा है, जो तानाशाही के समान है।
मनोज कुमार ने चक्का जाम का क्यों ऐलान किया?
उन्होंने कहा कि अगर चुनाव आयोग की नीतियों में सुधार नहीं हुआ तो वे 48 घंटे के भीतर बिहार में ऐतिहासिक चक्का जाम करेंगे।
चिराग पासवान पर मनोज कुमार का क्या कहना था?
मनोज कुमार ने चिराग पासवान की बयानबाजी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह स्पष्टता नहीं दिखा रहे हैं और उनके कोर वोटर अब उनसे नाराज हैं।