क्या माता-पिता का आशीर्वाद मेरे साथ हैं? तेज प्रताप यादव की चुनौती नहीं है मायने

सारांश
Key Takeaways
- तेज प्रताप यादव का आत्मविश्वास उनके परिवार के समर्थन से बढ़ता है।
- महुआ की जनता का प्यार उनके साथ है।
- चुनाव में माता-पिता का आशीर्वाद महत्वपूर्ण कारक है।
- तेज प्रताप ने जन शक्ति जनता दल का गठन किया है।
- चुनावी राजनीति में समर्थन का महत्व।
पटना, 16 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। जन शक्ति जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेज प्रताप यादव ने गुरुवार को महुआ विधानसभा सीट पर नामांकन दाखिल करने से पहले कहा कि उनके साथ माता-पिता का आशीर्वाद है, इसलिए उनके सामने विपक्षी दल का कौन सा उम्मीदवार है और क्या चुनौती है, यह कोई मायने नहीं रखता।
तेज प्रताप यादव ने अपनी दादी की तस्वीर अपने हाथों में पकड़ते हुए कहा कि वह उनके आशीर्वाद के साथ चुनावी मैदान में उतर रहे हैं।
मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे साथ मेरे माता-पिता और दादी का आशीर्वाद है। मेरे गुरु वृंदावन से मेरे साथ हैं। महुआ की जनता मुझे बुला रही है और मैं उनके लिए जा रहा हूं।
बुधवार को तेज प्रताप के छोटे भाई और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राघोपुर विधानसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल किया था। इस दौरान उनके साथ राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनकी बहन मीसा भारती मौजूद थीं।
जब तेज प्रताप से यह पूछा गया कि क्या वे अपने नामांकन के दौरान माता-पिता की अनुपस्थिति को महसूस कर रहे हैं, तो उन्होंने उत्तर दिया कि मेरे माता-पिता मेरे साथ हैं और मेरी दादी का आशीर्वाद मेरे साथ है। उनकी तस्वीर मेरे पास है और मैं उनके आशीर्वाद के साथ आगे बढ़ रहा हूं।
तेज प्रताप ने कहा कि जब माता-पिता, दादी और गुरु का आशीर्वाद हो, तो कोई भी चुनौती बड़ी नहीं होती। मेरी दादी मुझे सबसे प्यारी हैं। महुआ की जनता मुझे बुला रही है और मैं उनके लिए वहां जा रहा हूं।
उन्होंने कहा कि महुआ की जनता का प्यार और समर्थन उनके साथ है, और वह उनके लिए पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे।
बता दें कि राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव ने तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था। तेज प्रताप ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जन शक्ति जनता दल का गठन किया।