क्या मोदीनॉमिक्स भारत को 2047 में विकसित बना रही है: गौरव वल्लभ

Key Takeaways
- एनपीए में कमी से बैंकिंग प्रणाली में सुधार हुआ है।
- मोदीनॉमिक्स 2047 तक भारत को विकसित बनाएगी।
- एमएसएमई सेक्टर की स्थिति में सुधार हुआ है।
- राहुल गांधी की चुनावी रणनीतियों पर सवाल उठाए गए हैं।
- धनखड़ का इस्तीफा स्वास्थ्य कारणों से हुआ है।
मुंबई, २४ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की गैर-निष्पादित आस्तियों (एनपीए) में पिछले चार वर्षों में ९.११ प्रतिशत से घटकर २.५८ प्रतिशत तक की कमी आई है। इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने कहा कि मोदीनॉमिक्स भारत को 2047 में विकसित भारत की दिशा में अग्रसर कर रही है।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि यूपीए काल के दौरान बैंकिंग प्रणाली में व्यापक भ्रष्टाचार फैला हुआ था। जब इसे जड़ से उखाड़ा गया, तब हमें एनपीए में कमी के सकारात्मक परिणाम देखने को मिले। आज भारत उच्च विकास और निम्न मुद्रास्फीति के स्तंभों पर खड़ा है। अब, एक और महत्वपूर्ण तत्व जुड़ गया है, निम्न एनपीए। सबसे संतोषजनक बात यह है कि एमएसएमई सेक्टर, जो देश की आर्थिक रीढ़ है, में भी एनपीए में कमी आई है। यह भारत की सुदृढ़ता को दर्शाता है और वैश्विक स्तर पर भारत एकमात्र ऐसी अर्थव्यवस्था है, जो हाई ग्रोथ-लो इन्फ्लेशन पर अग्रसर है।
उन्होंने राहुल गांधी के द्वारा मतदाता सूची पर उठाए गए सवालों पर कहा कि राहुल गांधी को जनता वोट नहीं देती, यही उनकी सबसे बड़ी समस्या है। वह अपनी हार का ठीकरा चुनाव आयोग पर फोड़ना चाहते हैं। जब चुनाव आयोग उन्हें वार्ता के लिए बुलाता है, तो वह नहीं आते। एसआईआर की प्रक्रिया संविधान में वर्णित है। चुनाव आयोग पर सवाल उठाना संविधान का अपमान करना है। राहुल बिहार के युवाओं का हक बांग्लादेशी घुसपैठियों को देना चाहते हैं। सरकार भारत में अवैध रूप से घुसपैठ करने वालों का समर्थन नहीं करेगी। इसके अलावा, बिहार के विकास के लिए दिए जाने वाले धन को राहुल गांधी घुसपैठियों पर खर्च करना चाहते हैं।
जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर उन्होंने कहा कि धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दिया है। ऐसे में उनके इस निर्णय का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर हमला बोलते हुए कहा कि वे लोग जो पहले उपराष्ट्रपति की आलोचना करते थे, आज धनखड़ के इस्तीफे पर सवाल उठा रहे हैं।