क्या मुख्यमंत्री धामी ने दून अस्पताल का निरीक्षण किया और मरीजों से संवाद किया?

सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री धामी ने दून अस्पताल का निरीक्षण किया।
- उन्होंने मरीजों से संवाद कर स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को समझा।
- अस्पताल में सुविधाओं के सुधार के लिए निर्देश दिए गए।
- अटल आयुष्मान योजना के हेल्प डेस्क का निरीक्षण किया।
- राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार के लिए प्रतिबद्ध है।
देहरादून, १३ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजकीय दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण किया, जिसमें उन्होंने अस्पताल में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं, उपचार की गुणवत्ता और व्यवस्थाओं का गहन परीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान, मुख्यमंत्री ने अस्पताल में उपचाररत मरीजों से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। उन्होंने मरीजों और उनके परिवारों से संवाद कर चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता का प्रत्यक्ष अनुभव लिया और आवश्यक निर्देश भी दिए।
स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए, मुख्यमंत्री धामी ने अस्पताल परिसर में प्रतीक्षालय में तिमारदारों के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने वेटिंग रूम का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों को भी सुविधाजनक वातावरण मिले। इसके लिए पेयजल, पंखे और बैठने की व्यवस्थित व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि तीमारदार अस्पताल की व्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं और उन्हें भी मूलभूत सुविधाएं मिलनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने अस्पताल परिसर में साफ-सफाई, नियमित सैनिटाइजेशन और रंग-रोगन की व्यवस्था को तत्काल प्रभाव से करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अस्पताल न केवल चिकित्सा का स्थान है, बल्कि यह रोगियों और उनके परिजनों के लिए मानसिक और शारीरिक संबल का स्थान भी है।
उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया कि मरीजों और उनके परिजनों की सुविधा और सम्मान राज्य सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में आम जन को बेहतर सेवाएं देने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
इस दौरान, मुख्यमंत्री ने ब्लड सैंपल कलेक्शन सेंटर का दौरा भी किया और वहां कार्यरत ऑपरेटर से सैंपल संग्रहण प्रक्रिया, रिकॉर्डिंग और प्रयोगशाला में होने वाली टेस्टिंग की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने अस्पताल प्रशासन, चिकित्सा अधिकारियों और स्टाफ को निर्देश दिए कि मरीजों को समय पर और गुणवत्तापूर्ण उपचार उपलब्ध कराना सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना के हेल्प डेस्क का भी निरीक्षण किया। उन्होंने हेल्प डेस्क पर तैनात कर्मचारियों से योजना की कार्यप्रणाली और लाभार्थियों को दी जा रही सहायता के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए।