क्या मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नक्सली हमले में शहीद जवानों के परिजनों को 1.10 करोड़ का चेक सौंपा?

सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शहीदों के परिजनों को 1.10 करोड़ रुपये का चेक सौंपा।
- राज्य सरकार शहीद जवानों के बच्चों के लिए एक निःशुल्क आवासीय विद्यालय स्थापित करेगी।
- इस विद्यालय का संचालन पुलिस विभाग करेगा।
- परिवारों को लगभग दो करोड़ रुपये की सहायता राशि और पेंशन मिलेगी।
- मुख्यमंत्री ने शहीद परिवारों के प्रति सहानुभूति और समर्थन व्यक्त किया।
रांची, 8 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के पलामू जिले में हाल ही में हुए नक्सली हमले में शहीद जिला पुलिस के दो जवानों सुनील कुमार राम और संतन कुमार मेहता के परिवारों को 1.10 करोड़ की वित्तीय सहायता दी गई है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को अपने आवासीय कार्यालय में दोनों शहीदों के परिवारों से मुलाकात की और उन्हें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के सैलरी पैकेज के अंतर्गत सहायता राशि का चेक सौंपा। इसके तुरंत बाद यह राशि उनके खातों में क्रेडिट कर दी गई।
इस अवसर पर वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने शहीद जवानों के परिजनों के साथ दिल से बातचीत की और उनकी पारिवारिक स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शहीद परिवारों की पीड़ा को गहराई से समझती है और हर मुश्किल में उनके साथ है।
सोरेन ने कहा, “शहीद सुनील कुमार राम और संतन कुमार मेहता ने राज्य की सेवा में अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान दिया है। हम उनकी शहादत को नमन करते हैं। झारखंड हमेशा अपने शहीदों का ऋणी रहेगा।”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार और एसबीआई के सहयोग से यह वित्तीय सहायता प्रदान की गई है ताकि परिवार अपने बच्चों के भविष्य को सकारात्मक दिशा दे सकें। उन्होंने शहीद परिवारों को धैर्य और हिम्मत रखने के लिए प्रेरित किया और कहा कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाएं। उन्होंने घोषणा की कि राज्य सरकार शहीद जवानों के बच्चों के लिए रांची में एक निःशुल्क आवासीय विद्यालय स्थापित करेगी, जो निजी विद्यालयों की तर्ज पर संचालित होगा। इसके लिए “झारखंड जगुआर” परिसर में चार एकड़ भूमि चिन्हित की गई है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि यह विद्यालय पुलिस विभाग द्वारा संचालित होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पुलिस विभाग के जवानों के लिए एक विशेष अस्पताल स्थापित करने पर भी विचार कर रही है, जिससे उन्हें और उनके परिवारों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि शहीद परिवारों को मिलने वाले सभी लाभ जल्द से जल्द उपलब्ध कराए जाएं। अधिकारियों ने बताया कि दोनों शहीदों की पत्नियां स्नातक हैं और उन्हें क्लर्क के पद पर नियुक्त किया जाएगा। विभागीय नियमों के अनुसार दोनों परिवारों को लगभग दो करोड़ रुपये की कुल सहायता राशि, पेंशन और अन्य सेवाएं दी जाएंगी।