क्या मुख्यमंत्री योगी ने श्रीरामलला के दरबार में हाजिरी लगाई और आरती उतारी?

सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में पूजा अर्चना की।
- दीपोत्सव 2025 में 26,17,215 दीप जलाए गए।
- मुख्यमंत्री ने संकट मोचन हनुमान से प्रदेशवासियों के कल्याण की कामना की।
- अयोध्या ने गिनीज बुक में नया कीर्तिमान स्थापित किया।
- हजारों स्वयंसेवकों ने दीप प्रज्ज्वलन में भूमिका निभाई।
अयोध्या, 20 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भव्य दीपोत्सव के सफल आयोजन और नया विश्व कीर्तिमान स्थापित होने के बाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार सुबह संकट मोचन हनुमानगढ़ी का दर्शन किया। उन्होंने यहां विधि-विधान से पूजा करते हुए श्रीराम भक्त हनुमान से प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की।
मुख्यमंत्री ने हनुमानगढ़ी मंदिर के महंत प्रेमदास से भी भेंट की। उनके आगमन पर मंदिर परिसर में “जय श्रीराम” के उद्घोष से वातावरण गूंज उठा। संतों और पुजारियों ने परंपरागत तरीके से उनका स्वागत किया। हनुमानगढ़ी से निकलकर, मुख्यमंत्री सीधे श्रीराम जन्मभूमि परिसर पहुंचे।
यहां उन्होंने प्रभु श्रीरामलला के दरबार में हाजिरी लगाई, आरती उतारी और मंदिर की परिक्रमा की। मुख्यमंत्री ने राम दरबार में भी पूजा-अर्चना कर प्रदेश की उन्नति की प्रार्थना की। दर्शन के बाद, जब वे मंदिर परिसर से बाहर आए, श्रद्धालुओं ने उनका स्वागत किया।
मुख्यमंत्री ने हाथ हिलाकर जनता का अभिवादन स्वीकार किया और बच्चों को आशीर्वाद दिया। अयोध्या प्रवास के दौरान उन्होंने प्रदेशवासियों को दीपावली की शुभकामनाएं दीं और सुखी जीवन की कामना की।
ज्ञात रहे कि रामनगरी अयोध्या में रविवार को अनोखा दीपोत्सव मनाया गया। योगी सरकार के नौवें दीपोत्सव में अयोध्या ने दो नये रिकॉर्ड स्थापित किए। दीपोत्सव 2025 में 26,17,215 (छब्बीस लाख, सत्रह हजार दो सौ पंद्रह) दीप जलाए गए। वहीं, सरयू मैया की आरती में 2128 वेदाचार्यों ने भाग लिया। दीपों की गणना ड्रोन द्वारा की गई, जिससे यह नया कीर्तिमान गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि द्वारा की गई घोषणा के समय अभिभूत हो गए। उनके चेहरे पर मुस्कान थी और उन्होंने संतोष एवं खुशी का भाव व्यक्त किया। योगी के अनुरोध पर अयोध्या के हर घर, मठ-मंदिर, और चौराहों पर दीप जलाए गए। राम की पैड़ी और 56 घाटों पर 26,17,215 दीप जलाए गए।
इसके लिए डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, महाविद्यालयों, इंटर कॉलेजों और स्वयंसेवी संस्थाओं से जुड़े 32 हजार से अधिक स्वयंसेवकों ने दीप प्रज्ज्वलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। देश-विदेश से आए आगंतुकों ने अयोध्या का सुरम्य और दिव्य दर्शन किया।
मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ रामकथा पार्क अयोध्या में राम-सीता, लक्ष्मण, भरत-शत्रुघ्न और संकटमोचन हनुमान की आरती उतारी, टीका लगाकर श्रद्धा निवेदित की। इस दौरान “राम आए अवध की ओर सजनी...” जैसे कई गीत गूंज रहे थे। मंच पर मुख्यमंत्री, संतों और मंत्रियों ने श्रीराम का प्रतीकात्मक राज्याभिषेक भी किया।