क्या मुजफ्फरपुर में आचार संहिता लागू होने पर 20,000 लीटर शराब जब्त की गई?

सारांश
Key Takeaways
- आचार संहिता लागू होने के बाद 20,000 लीटर शराब जब्त की गई।
- पुलिस ने 33 चेकिंग पॉइंट्स स्थापित किए हैं।
- सुरक्षा के लिए 68 कंपनियां तैनात की गई हैं।
- अवैध ड्रग्स पर विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
- चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी और शांतिपूर्ण बनाए रखा जाएगा।
मुजफ्फरपुर, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के संदर्भ में, मुजफ्फरपुर जिले के 11 विधानसभा क्षेत्रों में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने हेतु पुलिस ने सख्त इंतजाम किए हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सुशील कुमार ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया कि आचार संहिता लागू होने के बाद से करीब 20,000 लीटर शराब जब्त की गई है। उन्होंने कहा कि चुनावी दुरुपयोग को रोकने के लिए शराब, पैसा और हथियारों पर निगरानी रखी जा रही है।
एसएसपी ने बताया कि जिले में 33 स्थायी चेकिंग पॉइंट स्थापित किए गए हैं, जहां वाहनों की गहन जांच की जा रही है। साथ ही, मोबाइल टीमों द्वारा नियमित छापेमारी की जा रही है ताकि कोई भी अवैध सामग्री बाहर न निकल सके।
उनका मुख्य उद्देश्य है कि चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और शांतिपूर्ण रहे। किसी भी प्रकार की धांधली या हिंसा को सहन नहीं किया जाएगा। इस अभियान के अंतर्गत कई अवैध शराब के ठिकानों पर छापे मारे गए हैं, जिससे अवैध कारोबार पर अंकुश लगा है।
सुरक्षा के दृष्टिकोण से मुजफ्फरपुर में 68 कंपनियां (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और राज्य पुलिस) तैनात की गई हैं। एसएसपी ने कहा कि संदिग्ध तत्वों पर नज़र रखने के लिए 8,000 से अधिक लोगों को चिह्नित किया गया है। इनमें से कई पर निगरानी बढ़ा दी गई है ताकि चुनावी माहौल को बिगाड़ने से रोका जा सके। साथ ही, अपराध नियंत्रण अधिनियम (सीसीए) के तहत चार अपराधियों पर कार्रवाई की गई है। सभी थानों को निर्देश दिए गए हैं कि वारंट वाले अपराधियों को गिरफ्तार किया जाए।
एसएसपी ने ड्रग्स के अवैध कारोबार पर भी नकेल कसने की बात कही। जिले में सघन कार्रवाई के दौरान ड्रग्स की बरामदगी हुई है। उन्होंने बताया कि नशे के सौदागरों पर विशेष अभियान चलाया जा रहा है, क्योंकि यह युवाओं के लिए बड़ा खतरा बन सकता है।