क्या मुजफ्फरपुर में आधार कार्ड के साथ एसआईआर फॉर्म भरा जा रहा है?

सारांश
Key Takeaways
- आधार कार्ड का उपयोग मतदाता सूची पुनरीक्षण में हो रहा है।
- विपक्षी दल सत्यापन में पहचान पत्रों की मान्यता पर सवाल उठा रहे हैं।
- जिनके पास आधार नहीं है, उनके लिए अन्य दस्तावेज की मान्यता है।
- मतदाता पुनरीक्षण में पारदर्शिता महत्वपूर्ण है।
- काम का 80 प्रतिशत हिस्सा पूरा हो चुका है।
मुजफ्फरपुर, 15 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में चुनाव आयोग के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान (एसआईआर) को लेकर गहमागहमी का माहौल बना हुआ है। विपक्षी दल के नेता सत्यापन के दस्तावेजों में आधार कार्ड और राशन कार्ड जैसे कई पहचान पत्रों की मान्यता को लेकर सवाल उठाते नजर आ रहे हैं। वहीं, मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान मुजफ्फरपुर में आधार कार्ड का नंबर लेकर फॉर्म भरा जा रहा है।
मतदाता सूची पुनरीक्षण का कार्य कर रहे बीएलओ और वार्ड-16 के निरीक्षक ने बताया कि हम लोग शुरू से ही मतदाता सूची पुनरीक्षण में आधार का नंबर लेकर फॉर्म में भर रहे हैं।
बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित वार्ड संख्या 16 के बूथ नंबर 80 की कनिज जोहरा ने कहा कि हम लोग शुरू से ही आधार कार्ड का नंबर लेकर फॉर्म भर रहे हैं। जिनके पास आधार नहीं है, उनके जन्म प्रमाण पत्र या यदि पढ़े हैं तो बोर्ड परीक्षा का मार्कशीट और अन्य कागजात के आधार पर फॉर्म भर रहे हैं। हमारे वार्ड में लगभग 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।
वहीं वार्ड-16 के निरीक्षक राम शंकर झा ने बताया कि उनके अधीन सात बूथ हैं, जिसका काम वे देख रहे हैं। लगभग बूथ पर काम पूरा हो चुका है और सभी जगह आधार नंबर लेकर फॉर्म भरा गया है। आधार कार्ड नहीं लेने की बात अफवाह है। शुरू से ही फॉर्म में आधार का कॉलम है और उसमें आधार नंबर भरा जा रहा है। जिनके पास आधार नहीं है, उनके अन्य कागजात के आधार पर फॉर्म भरा जा रहा है। मेरे वार्ड में लगभग काम पूरा हो चुका है, केवल उन्हीं लोगों का नहीं हुआ है जो बाहर हैं या जो इलाज कराने बाहर गए हैं।
उन्होंने कहा कि हम उन लोगों का भी इंतजार कर रहे हैं जो बाहर हैं। यदि वे आ जाएं, तो उनका भी मतदाता पुनरीक्षण में फॉर्म भर दिया जाएगा। इसके अलावा, कई मतदाताओं से बातचीत हुई है, जिन्होंने बताया कि जिनका आधार था, उनका आधार लेकर मतदाता सूची पुनरीक्षण का फॉर्म भरा गया और जिनका आधार नहीं था, उनका सर्टिफिकेट लेकर फॉर्म भर दिया गया।