क्या नशामुक्त मिशन ने तीन वर्षों में 1 अरब 46 करोड़ से अधिक मूल्य के मादक पदार्थ बरामद किए और 1,700 से ज्यादा गिरफ्तार किए?

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क्या नशामुक्त मिशन ने तीन वर्षों में 1 अरब 46 करोड़ से अधिक मूल्य के मादक पदार्थ बरामद किए और 1,700 से ज्यादा गिरफ्तार किए?

सारांश

गौतमबुद्धनगर पुलिस का नशामुक्त मिशन पिछले तीन वर्षों में नशे के अवैध कारोबार पर कड़ी नजर रख रहा है। इस अभियान में 1 अरब 46 करोड़ रुपए से अधिक के मादक पदार्थ बरामद किए गए हैं। पुलिस ने 1,700 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह इस क्षेत्र में नशे के खिलाफ सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।

Key Takeaways

  • नशामुक्त मिशन के तहत 6,865.793 किलोग्राम मादक पदार्थ बरामद।
  • 1 अरब 46 करोड़ 70 लाख रुपए की कीमत के मादक पदार्थों की बरामदगी।
  • 1,700 से अधिक आरोपियों की गिरफ्तारी।
  • जीरो टॉलरेंस नीति का पालन।
  • नशे के खिलाफ समाज को जागरूक करना।

गौतमबुद्ध नगर, 26 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर पुलिस ने नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ पिछले तीन वर्षों में एक व्यापक, सुनियोजित और कठोर अभियान चलाया है, जिसका परिणाम अपराधियों के नेटवर्क पर प्रभावी नियंत्रण की स्थापना के रूप में सामने आया है।

पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के नेतृत्व में, नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाते हुए 2023, 2024 और 2025 के बीच कुल 6,865.793 किलोग्राम गांजा एवं अन्य मादक पदार्थ बरामद किए गए, जिनकी बाजार में कीमत लगभग 1 अरब 46 करोड़ 70 लाख रुपए आंकी गई है। यह कार्रवाई गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट में नशे के कारोबार के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी सफलता मानी जा रही है।

1 जनवरी 2023 से 31 दिसंबर 2023 तक 585 अभियोग पंजीकृत किए गए, जिनमें 667 आरोपी चिन्हित हुए, जिनमें से 660 को गिरफ्तार किया गया, जबकि अन्य के खिलाफ वारंट, कुर्की तथा अन्य वैधानिक कार्रवाइयां की गईं। इस दौरान 2,777.457 किलोग्राम मादक पदार्थ पकड़े गए, जिनकी कीमत 93 करोड़ 50 लाख रुपए रही। तस्करी में प्रयुक्त वाहनों को भी जब्त किया गया। दो आरोपियों पर रासुका और अवैध संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई भी की गई।

वर्ष 2024 में पुलिस ने 502 अभियोग दर्ज किए और 578 आरोपियों की पहचान की। इनमें से 571 को गिरफ्तार किया गया, जबकि बाकी के खिलाफ कानूनी दबिश जारी रही। कार्रवाई के दौरान 2,791.075 किलोग्राम नशीले पदार्थ की बरामदगी हुई, जिसकी कीमत 40 करोड़ 70 लाख रुपए आंकी गई। 80 व्यक्तियों की हिस्ट्रीशीट खोली गई, जबकि रासुका, पीआईटी-एनडीपीएस और गैंगस्टर अधिनियम सहित कड़े कानून लागू किए गए। सभी 578 मामलों में एनडीपीएस एक्ट की धारा 52(ए) का पूर्ण अनुपालन किया गया।

वर्ष 2025 में 20 नवंबर तक 458 केस दर्ज किए गए और 515 आरोपियों की पहचान हुई, जिनमें से दो आरोपी प्रकाश में आए। पुलिस ने विशेष अभियान चलाकर सभी 517 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। कार्रवाई के दौरान 1,297.261 किलोग्राम मादक पदार्थ बरामद हुए, जिनका मूल्य 12 करोड़ 50 लाख रुपए रहा। तस्करी में प्रयोग होने वाले वाहन भी जब्त किए गए।

कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर पुलिस के अनुसार, नशे के खिलाफ इस निरंतर अभियान ने न केवल तस्करी के नेटवर्क को ध्वस्त किया है, बल्कि युवा वर्ग को नशे की गिरफ्त से बचाने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने स्पष्ट किया है कि नशीले पदार्थों के अवैध व्यापार के प्रति किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जाएगी और भविष्य में भी इससे जुड़े अपराधियों के विरुद्ध और अधिक कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।

Point of View

बल्कि समाज के युवा वर्ग को नशे जैसी गंभीर समस्या से बचाना भी है। यह कार्रवाई दिखाती है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियां नशे के खिलाफ कितनी गंभीर हैं। समाज के प्रत्येक हिस्से को इस मुहिम का समर्थन करना चाहिए।
NationPress
26/11/2025

Frequently Asked Questions

गौतमबुद्धनगर पुलिस ने कितने मादक पदार्थ बरामद किए हैं?
पुलिस ने पिछले तीन वर्षों में कुल 6,865.793 किलोग्राम मादक पदार्थ बरामद किए हैं।
इस अभियान के तहत कितने आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है?
इस अभियान के तहत 1,700 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस कमिश्नर का नाम क्या है?
पुलिस कमिश्नर का नाम लक्ष्मी सिंह है।
नशे के खिलाफ पुलिस की नीति क्या है?
पुलिस ने नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई है।
क्या पुलिस भविष्य में भी नशे के खिलाफ कार्रवाई जारी रखेगी?
हाँ, पुलिस ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी नशीले पदार्थों के अवैध व्यापार के खिलाफ कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।
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