क्या एनसीसी गणतंत्र दिवस कैंप 'सर्व धर्म पूजा' के साथ शुरू हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- एनसीसी का गणतंत्र दिवस कैंप एक महत्वपूर्ण अवसर है।
- इसमें 2,406 कैडेट्स भाग ले रहे हैं, जिसमें से 898 बालिका कैडेट्स हैं।
- विदेशी कैडेट्स की भागीदारी से अंतरराष्ट्रीय संबंध मजबूत होते हैं।
- कैंप में विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।
- यह कैंप युवाओं को नेतृत्व कौशल प्रदान करता है।
नई दिल्ली, 30 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। नेशनल कैडेट कोर यानी एनसीसी का प्रतिष्ठित गणतंत्र दिवस कैंप अब आरंभ हो चुका है। इसकी शुरुआत मंगलवार को दिल्ली कैंट के करिअप्पा परेड ग्राउंड में हुई। यहाँ पारंपरिक 'सर्व धर्म पूजा' के साथ एनसीसी का यह कैंप शुरू हुआ।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, यह कैंप लगभग एक महीने तक जारी रहेगा। इस दौरान एनसीसी के कैंप में विभिन्न इंटर-डायरेक्टरेट प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इनमें बेस्ट कैडेट प्रतियोगिता, स्मॉल आर्म्स फायरिंग, गणतंत्र दिवस परेड में मार्चिंग कंटिजेंट तथा फ्लैग एरिया डिजाइनिंग शामिल हैं।
गणतंत्र दिवस के लिए आयोजित विशेष एनसीसी कैंप में रक्षा मंत्री और तीनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित होते हैं। रक्षा मंत्रालय का कहना है कि इस वर्ष देश के 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों से आने वाले कैडेट इस कैंप का हिस्सा बने हैं। यहां कुल 2,406 कैडेट्स हैं, जिनमें से 898 बालिका कैडेट्स शामिल हैं।
अधिकारियों के अनुसार, यह अब तक का सबसे बड़ा दल है। इस कैंप में देशभर से आए कैडेट्स के साथ-साथ विदेशों से भी कैडेट्स शामिल हैं। भारतीय कैडेट्स के अलावा, 25 अलग-अलग मित्र देशों के युवा कैडेट और अधिकारी भी इस कैंप में भाग लेंगे।
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि विदेशी कैडेट्स की भागीदारी से एनसीसी कैंप का अंतरराष्ट्रीय स्वरूप और मजबूत हुआ है। मंगलवार को दिल्ली कैंट में कार्यक्रम के दौरान एनसीसी के महानिदेशक, लेफ्टिनेंट जनरल वीरेंद्र वत्स ने सभी कैडेटों का स्वागत किया और उन्हें उनके चयन पर बधाई दी। उन्होंने कैडेट्स से चरित्र, सत्यनिष्ठा, निस्वार्थ सेवा, सौहार्द, टीमवर्क और ‘राष्ट्र प्रथम’ के आदर्शों को आत्मसात करने का आग्रह किया।
एनसीसी का यह गणतंत्र दिवस कैंप अपने ध्येय वाक्य ‘एकता और अनुशासन’ को साकार करते हुए देशभर के युवाओं को प्रशिक्षण, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और नेतृत्व विकास के अवसर प्रदान करता है। यह कैंप युवाओं में देशभक्ति, अनुशासन और राष्ट्रीय एकता की भावना को सुदृढ़ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।