क्या एनसीआर में घर खरीदारों को धोखा देने वाले बिल्डरों पर सीबीआई की कार्रवाई एक बड़ा कदम है?

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क्या एनसीआर में घर खरीदारों को धोखा देने वाले बिल्डरों पर सीबीआई की कार्रवाई एक बड़ा कदम है?

सारांश

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने एनसीआर में घर खरीदारों को धोखा देने वाले बिल्डरों पर बड़ी कार्रवाई की है। इस कार्रवाई में 22 मामले दर्ज किए गए हैं और 47 स्थानों पर तलाशी ली गई। जानें इस मामले के पीछे की पूरी कहानी और क्या है सुप्रीम कोर्ट का आदेश।

Key Takeaways

  • एनसीआर में बिल्डरों के खिलाफ सीबीआई की कार्रवाई ने घर खरीदारों में आशा जगाई है।
  • सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए सीबीआई ने जांच की है।
  • धोखाधड़ी के मामलों में सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है।

नई दिल्ली, 30 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने एनसीआर क्षेत्र में घर खरीदारों को धोखा देने वाले बिल्डरों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस केंद्रीय जांच एजेंसी ने बिल्डरों और वित्तीय संस्थानों के बीच सांठगांठ से संबंधित 22 मुकदमे दायर किए हैं और एनसीआर में 47 ठिकानों पर तलाशी ली है।

हजारों घर खरीदार जिनका धोखा हुआ है, उन्होंने बिल्डरों और डेवलपर्स की धोखाधड़ी और वित्तीय संस्थानों द्वारा की गई जबरदस्ती के खिलाफ विशेष अनुमति याचिका (एसएलपी) दायर करके सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।

इस पर सुप्रीम कोर्ट ने होम की 'सबवेंशन स्कीम' को नया रूप देकर लागू करने का निर्देश दिया और सीबीआई को अप्रैल 2025 में 7 प्रारंभिक जांच (पीई) शुरू करने का आदेश दिया।

सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए, सीबीआई ने 7 प्रारंभिक जांच दर्ज कीं और 3 महीने के भीतर 6 पीई की जांच पूरी कर ली। सीबीआई ने अपनी जांच रिपोर्ट सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत की। इसके बाद, सर्वोच्च न्यायालय ने सीबीआई को एनसीआर क्षेत्र के विभिन्न बिल्डरों और वित्तीय संस्थानों के अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ 22 नियमित मामले दर्ज करने का निर्देश दिया।

इस संबंध में सीबीआई ने 22 मामले दर्ज किए हैं और दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद आदि में 47 स्थानों पर तलाशी ली। इस दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज और कुछ डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जब्त किए गए।

इन पर दर्ज हुए केस - सुपरटेक लिमिटेड, एवीजे डेवलपर्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड 'एवीजे हाइट्स', अर्थकॉन यूनिवर्सल इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड 'कासा रॉयल', रुद्र बिल्डवेल प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड 'रुद्र पैलेस हाइट', जियोटेक प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड 'जियोटेक ब्लेसिंग', शुभकामना बिल्डटेक प्राइवेट लिमिटेड 'शुभकामना सिटी', बुलंद बिल्डटेक प्राइवेट लिमिटेड 'बुलंद एलिवेट्स', डिसेंट बिल्डवेल प्राइवेट लिमिटेड 'श्री राधा एक्वा गार्डन्स', रुद्र बिल्डवेल कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड 'केबीनॉव्स अपार्टमेंट्स', साहा इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड 'अमाडेयस', ड्रीम प्रोकॉन प्राइवेट लिमिटेड 'विक्ट्री ऐस', लॉजिक्स सिटी डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड 'ब्लॉसम जेस्ट', शुभकामना बिल्डटेक प्राइवेट लिमिटेड 'शुभकामना- एडवर्ट टेक होम्स', जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड 'ऑर्चर्ड्स', सीक्वल बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड 'द बेल्वेडियर', अजनारा इंडिया लिमिटेड 'अजनारा एम्ब्रोसिया', वाटिका लिमिटेड 'वाटिका टर्निंग पॉइंट', सीएचडी डेवलपर्स लिमिटेड '106 गोल्फ-एवेन्यू', नाइनेक्स डेवलपर्स लिमिटेड 'नाइनेक्स सिटी', आइडिया बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड 'रेड एप्पल रेजीडेंसी' और मंजू जे होम्स इंडिया लिमिटेड 'रेड एप्पल होम्ज'।

Point of View

ये ऐसे मुद्दे हैं जो राष्ट्रीय सुरक्षा और विकास के लिए आवश्यक हैं।
NationPress
31/07/2025

Frequently Asked Questions

सीबीआई ने कितने मुकदमे दर्ज किए हैं?
सीबीआई ने एनसीआर में घर खरीदारों को धोखा देने वाले बिल्डरों के खिलाफ 22 मुकदमे दर्ज किए हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को क्या निर्देश दिया?
सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को 7 प्रारंभिक जांच करने और 22 नियमित मामले दर्ज करने का निर्देश दिया।
तलाशी में क्या मिला?
तलाशी के दौरान विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जब्त किए गए।