क्या नेपाल के युवा सांसदों ने भूपेंद्र पटेल से महत्वपूर्ण मुलाकात की?

सारांश
Key Takeaways
- गुजरात का विकास मॉडल अंतरराष्ट्रीय मानकों पर है।
- नेपाल के युवा सांसदों ने भारत से सीखने की इच्छा जताई।
- शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार के क्षेत्रों में गुजरात ने महत्वपूर्ण प्रगति की है।
गांधीनगर, 31 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। नेपाल की संसद के 14 युवा सांसदों और 8 विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने गुरुवार को गांधीनगर में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से शिष्टाचार मुलाकात की। नेपाल के द फ्री यूथ डेमोक्रेटिक ऑर्गेनाइजेशन के नेतृत्व में युवा सांसद और 8 राजनीतिक दलों के नेता एक सप्ताह के गुजरात दौरे पर आए हैं। इस दौरे में यह प्रतिनिधिमंडल स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, द्वारका, सोमनाथ और अमूल डेयरी-आणंद का दौरा करेगा।
इस प्रतिनिधिमंडल ने अपने गुजरात दौरे की शुरुआत मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के साथ गांधीनगर में शिष्टाचार भेंट से की। नेपाल के सांसदों और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने बताया कि वे भारत के विकास रोड मॉडल के रूप में गुजरात द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य, इंफ्रास्ट्रक्चर, औद्योगिक विकास, सहकारिता और रोजगार के क्षेत्र में किए गए ऐतिहासिक विकास के बारे में जानकर प्रभावित हुए हैं।
प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने यह भी कहा कि उनके इस दौरे का उद्देश्य भारत-गुजरात से यह जानना और समझना है कि समृद्ध नेपाल के निर्माण के लिए कैसे विकास की राह पर आगे बढ़ा जा सकता है और कैसे लोगों को साथ रखकर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के अधिकतम उपयोग से विकास किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस संदर्भ में प्रतिनिधिमंडल को गुजरात के प्रभावशाली विकास की पृष्ठभूमि के बारे में स्पष्टता के साथ बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में विकास की राजनीति का एक नया इतिहास रचा गया है।
उन्होंने कहा कि सभी को साथ रखकर तथा पंक्ति में खड़े अंतिम और गरीब व्यक्ति के हित को केंद्र में रखते हुए योजनाएं बनाने और सौ फीसदी लाभार्थियों तक उसका लाभ पहुंचाने की, ‘सबका साथ, सबका विकास’ की प्रधानमंत्री की कार्यपद्धति का सबसे अधिक लाभ गुजरात को मिला है। विकास के स्पष्ट विजन और राजनीतिक इच्छाशक्ति, दोनों के समन्वय से प्रधानमंत्री ने देश का जो विकास किया है, वह दुनिया के दूसरे देशों के लिए अनुकरणीय है।
प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने गुजरात के विकास के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानने में भी गहरी रुचि दिखाई। इस शिष्टाचार मुलाकात बैठक में मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव एमके. दास, उद्योग आयुक्त पी. स्वरूप सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।