क्या ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना के तहत ‘सशक्त वाहिनी’ कार्यक्रम से लड़कियों को मिल रही है नई उड़ान?

सारांश
Key Takeaways
- लड़कियों को निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
- यह कार्यक्रम आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- प्रशिक्षण में फिजिकल ट्रेनिंग शामिल है।
- इसमें 160 लड़कियों का पंजीकरण किया गया है।
- पुलिस और खेल विभाग का समर्थन प्राप्त है।
नीमच, 10 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना के अंतर्गत मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार ‘सशक्त वाहिनी’ के माध्यम से महिला सशक्तिकरण को नई दिशा दे रही है। नीमच जिले में, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पुलिस, सेना, और अर्धसैनिक बलों में भर्ती हेतु अपने देश का नाम रोशन करने की इच्छा रखने वाली छात्राओं को निशुल्क ट्रेनिंग प्रदान की जा रही है। आज, 10 जुलाई को यहां एक निःशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई है।
इस तरह के प्रयास न केवल बेटियों को शिक्षा और आत्मनिर्भरता के मार्ग में प्रेरित करते हैं, बल्कि उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा और सेवा के क्षेत्र में योगदान देने का भी अवसर प्रदान करते हैं। नीमच के जिला पुलिस लाइन स्थित पुलिस कंट्रोल रूम में इस प्रशिक्षण के शुभारंभ से यह स्पष्ट होता है कि मध्यप्रदेश सरकार और केंद्र सरकार मिलकर बेटियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए ठोस कदम उठा रही हैं। यह कार्यक्रम निश्चित रूप से लिंग समानता को बढ़ावा देने और बालिकाओं को सशक्त बनाने में सहायक होगा, जैसा कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना का मुख्य उद्देश्य है।
छात्रा दिव्यानी शर्मा ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि इस कार्यक्रम में आकर बहुत अच्छा लगा है। यहां पुलिस, सेना और अर्धसैनिक बलों में भर्ती परीक्षाओं के लिए निःशुल्क प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जा रहा है।
छात्रा वंशिका शर्मा ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत, नीमच में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा छात्राओं को पुलिस, सेना और अर्धसैनिक बलों में भर्ती परीक्षाओं के लिए निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन जिला पुलिस लाइन स्थित पुलिस नियंत्रण कक्ष में किया गया।
महिला एवं बाल विकास अधिकारी अंकिता ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत हमने 160 लड़कियों को पंजीकृत किया है। इनमें से हमने उन लड़कियों की पहचान की है जो जीवन में कुछ हासिल करने और आगे बढ़ने की ख्वाहिश रखती हैं, लेकिन उनके पास कोचिंग की सुविधा नहीं है। आज से हमने बच्चियों को प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है। यहां छात्राओं को फिजिकल ट्रेनिंग दी जाएगी। यह नि:शुल्क कार्यक्रम छह महीने तक चलेगा। ट्रेनिंग के दौरान परीक्षाओं से संबंधित सभी चीजों के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में पुलिस और खेल विभाग सपोर्ट कर रहा है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुभारंभ पर नीमच जिला के कलेक्टर हिमांशु चंद्रा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। उन्होंने छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण बालिकाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।