क्या निशांत की राजनीति में एंट्री की मांग तेज हो रही है?

सारांश
Key Takeaways
- निशांत की राजनीति में एंट्री की मांग तेज हो रही है।
- जदयू कार्यकर्ताओं ने पोस्टरों के माध्यम से समर्थन जताया है।
- बिहार में युवा नेतृत्व की आवश्यकता पर जोर दिया जा रहा है।
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का विकास दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने का आह्वान।
- राजनीतिक चर्चाएं बिहार के भविष्य को प्रभावित कर सकती हैं।
पटना, 26 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में सत्ताधारी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत के राजनीति में शामिल होने की संभावना पर पिछले कुछ महीनों से चर्चा चल रही है। हालांकि, सीएम नीतीश और निशांत ने इस विषय पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। इसके बावजूद, पार्टी के कार्यकर्ता पोस्टरों के माध्यम से निशांत के राजनीति में आने की मांग कर रहे हैं। हाल ही में, शनिवार को कार्यकर्ताओं ने निशांत के चुनाव लड़ने की मांग वाले पोस्टर लगाए।
जदयू कार्यालय के बाहर लगाए गए इन पोस्टरों में निशांत और उनके पिता नीतीश कुमार की तस्वीरें मौजूद हैं। पोस्टर पर लिखा गया है, "कार्यकर्ताओं की मांग चुनाव लड़ें निशांत।" पार्टी कार्यालय के बाहर इस प्रकार के कई पोस्टर लगाए गए हैं।
जदयू के कार्यकर्ता वरुण कुमार ने कहा, "यह पूरे बिहारवासियों की इच्छा है कि निशांत भैया चुनाव लड़े और सदन में जाएं। बिहार का नेतृत्व करें, जदयू का नेतृत्व करें। जिस तरह से नीतीश कुमार ने बिहार को विकास की गति पर आगे बढ़ाया है, उसी तरह निशांत भी प्रदेश को विकास की दिशा में ले जाएं। निशांत युवा और शिक्षित हैं।"
नेता तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए वरुण ने कहा कि एक तरफ पढ़े-लिखे युवा निशांत हैं, दूसरी ओर नौवीं फेल हैं। तो बिहार को नौवीं फेल नहीं, एक इंजीनियर की आवश्यकता है। यह पूरे बिहार की मांग है; किसी से भी पूछा जा सकता है।
एक अन्य कार्यकर्ता ने कहा कि हम सभी युवा चाहते हैं कि निशांत राजनीति में आएं और चुनाव लड़ें। वे बिहार का नेतृत्व करें और प्रदेश को प्रगति की ओर बढ़ाएं। जिस प्रकार से नीतीश कुमार ने बिहार के विकास को रफ्तार दी है, उसी तरह निशांत भी बिहार का नेतृत्व करें और प्रदेश के विकास की गति को बढ़ाएं।