क्या नीतीश कुमार को मुस्लिम महिला का हिजाब खींचना चाहिए था? वारिस पठान ने मांगी माफी
सारांश
Key Takeaways
- नीतीश कुमार की हरकत ने विवाद को जन्म दिया है।
- वारिस पठान ने इस पर माफी की मांग की।
- महिलाओं के सम्मान पर सवाल उठता है।
- विपक्ष ने इस घटना की कड़ी निंदा की है।
मुंबई, 16 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक मुस्लिम महिला का हिजाब खींचने के मामले में विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। इस बीच, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता वारिस पठान ने इसे एक शर्मनाक कृत्य करार दिया और माफी की मांग की।
वारिस पठान ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बहुत ही निंदनीय कार्य किया है। एक मुस्लिम महिला डॉक्टर, जो नियुक्ति पत्र लेने गई थी, उसके चेहरे से सबके सामने हिजाब खींचने का उन्हें किसने अधिकार दिया? यह नकाब उस महिला की आन-बान-शान है। उन्होंने अपने चेहरे को ढकने के लिए हिजाब पहना था, और नीतीश कुमार ने उसे सबके सामने हटा दिया। उन्हें ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं था।"
उन्होंने आगे कहा, "क्या नीतीश कुमार महिलाओं को 10,000 रुपए देकर ऐसी हरकत करेंगे? भाजपा वाले बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और नारी सम्मान की बात करते हैं। क्या उनके लिए यही नारी का सम्मान है? हमें पता है कि उन्हें हिजाब से नफरत है, लेकिन उन्होंने इसे सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किया। उन्हें इस तरह से एक मुस्लिम महिला के चेहरे से हिजाब हटाने का कोई अधिकार नहीं है।"
वारिस पठान ने कहा, "नीतीश कुमार को इस कृत्य के लिए सभी मुस्लिम महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए। अगर किसी मुसलमान ने हमारी हिंदू बहन के घूंघट को इस तरह से खींचा होता तो अब तक बवाल मच गया होता। यह महिलाओं का अपमान है। अगर उन्हें थोड़ी भी शर्म है तो उन्हें इसे लेकर माफी मांगनी चाहिए।"
सपा सांसद पुष्पेंद्र सरोज ने भी इस घटना की निंदा की। उन्होंने कहा, "नीतीश कुमार एक बहुत बड़े प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। चुनाव से पहले भी और अब भी ऐसी बातें चल रही हैं कि शायद उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है। यह घटना सीधे तौर पर किसी के धर्म के साथ खिलवाड़ करने की है। नीतीश कुमार को इस कृत्य के लिए माफी मांगनी चाहिए और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए।"