क्या 3 करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी करने वाले 3 शातिर गिरफ्तार हुए?

सारांश
Key Takeaways
- साइबर धोखाधड़ी के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है।
- पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई की है।
- सामाजिक मीडिया का उपयोग करके धोखाधड़ी की जा रही है।
- धोखाधड़ी से प्रभावित लोगों को तुरंत रिपोर्ट करनी चाहिए।
- साइबर अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
नोएडा, 28 जून (राष्ट्र प्रेस)। नोएडा के साइबर क्राइम पुलिस ने एक मामले की जांच के आधार पर कार्रवाई करते हुए शेयर बाजार में निवेश के नाम पर पीड़ित से 3 करोड़ 26 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के तीन शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार, पीड़ित ने अपनी शिकायत में बताया कि साइबर अपराधियों ने सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क कर खुद को रेटफाइन इन्वेस्टमेंट लिमिटेड और रेटफाइन इंडिया इक्विटी फंड का कर्मचारी बताकर 3,26,00,000 रुपए की धोखाधड़ी की।
यह शिकायत 12 जून को साइबर क्राइम थाना में दर्ज की गई थी। जांच के दौरान साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने इस घटना को अंजाम देने वाले खाताधारक और उसके दो अन्य साथियों को 28 जून को नोएडा स्टेडियम के पास से गिरफ्तार किया।
पुलिस ने बताया कि जांच में अभियुक्त पुनीत से पता चला है कि उसने अपना बैंक खाता किराए पर हिमांशु नामक व्यक्ति को दिया था। उस खाते में पीड़ित के साथ हुई धोखाधड़ी से संबंधित 30 लाख रुपए की धनराशि ट्रांसफर की गई थी, जिसके लिए पुनीत को 97 हजार रुपए कमीशन के रूप में प्राप्त हुए थे।
उस खाते को अभियुक्त विजय चौधरी द्वारा हिमांशु से प्राप्त कर अपराध में इस्तेमाल किया गया था। सभी अभियुक्तों को उनके द्वारा किए गए कार्य के हिसाब से अलग-अलग कमीशन मिलता था।
जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि बैंक खाते में करीब 1 करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ है, जिसके संबंध में छानबीन की जा रही है।
साइबर पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों की जानकारी देते हुए बताया है कि पुनीत गुरुग्राम का, हिमांशु, गाजियाबाद के लोनी का और विजय चौधरी ग्रेटर नोएडा के जलपुरा का निवासी है।