क्या विशेष कार्याधिकारी ने सफाई व्यवस्था और सिविल कार्यों का निरीक्षण किया?
सारांश
Key Takeaways
- ग्राम बरौला में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया गया।
- सीवर और ड्रेनेज सिस्टम में सुधार की आवश्यकता।
- 25 लाख का जुर्माना लगाया गया सिंगल यूज प्लास्टिक पर।
- अतिक्रमण को रोकने के लिए वायरफेंसिंग के निर्देश।
- जलभराव की समस्या के समाधान के लिए नई सीवर लाइनें बिछाई जाएंगी।
नोएडा, 5 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। नोएडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी के निर्देशों के अनुसार, विशेष कार्याधिकारी महेंद्र प्रसाद ने बुधवार को ग्राम बरौला का विस्तृत निरीक्षण किया। इस निरीक्षण में ग्राम की सफाई व्यवस्था, सीवर लाइन, ड्रेनेज सिस्टम और अतिक्रमण से संबंधित समस्याओं का आकलन किया गया।
इस अवसर पर महाप्रबंधक (जन स्वास्थ्य-प्रथम) एस.पी. सिंह, जन स्वास्थ्य अधिकारी इंदुप्रकाश सिंह, परियोजना अभियंता (जन स्वास्थ्य-प्रथम) गौरव बंसल, वरिष्ठ प्रबंधक (जल एवं सीवर) प्रदीप कुमार और वरिष्ठ प्रबंधक (वर्क सर्किल-3) राजकमल उपस्थित रहे। निरीक्षण के दौरान सीवर व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया गया।
प्रदीप कुमार ने कहा कि वर्तमान सीवर लाइनों की नियमित सफाई की जा रही है। बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए एक नए संपवेल का निर्माण भी किया जा रहा है। अधिकांश आवश्यक सीवर लाइनें बिछाई जा चुकी हैं, जिससे जल्द ही पूरे क्षेत्र की सीवर लाइनें इस संपवेल से जुड़ जाएंगी और जलभराव की समस्या में बड़ी राहत मिलेगी। वहीं ड्रेनेज व्यवस्था को मजबूत करने के लिए भी महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं।
वरिष्ठ प्रबंधक (वर्क सर्किल-3) राजकमल ने बताया कि पूरे ड्रेन सिस्टम के पुनर्निर्माण के लिए बजट स्वीकृत हो चुका है। निविदा प्रक्रिया जल्द पूरी की जाएगी और नई ड्रेन व जल निकासी व्यवस्था तैयार की जाएगी। जहां-जहां पानी बहने की समस्या है, वहां जाम ड्रेन और कल्वर्ट को तुरंत खुलवाकर ह्यूम पाइप डालने के निर्देश दिए गए हैं। लगभग 20 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाएं स्वीकृत हो चुकी हैं। ग्राम में खाली पड़ी भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को भी गंभीरता से लिया गया है।
अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि सभी रिक्त भूखंडों पर वायरफेंसिंग कर बोर्ड लगाए जाएं, ताकि अवैध कब्जे रोके जा सकें। निरीक्षण के दौरान कई स्थानों पर सीवर चोक पाए गए, जिसके चलते पानी सड़कों और गलियों में बह रहा था। इस पर तुरंत सफाई करवाने के निर्देश दिए गए।
इसी क्रम में महाप्रबंधक (जन स्वास्थ्य-प्रथम) एस.पी. सिंह, जन स्वास्थ्य अधिकारी इंदुप्रकाश सिंह एवं परियोजना अभियंता गौरव बंसल ने सेक्टर-25 मोदी मॉल और ग्राम सदरपुर का भी निरीक्षण किया। सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग और बल्क वेस्ट जनरेटर के दायित्वों को पूरा न करने पर 25 लाख रुपए का अर्थदंड लगाया गया और प्लास्टिक जब्त की गई।