क्या 'संडे ऑन साइकिल' की पहली वर्षगांठ पर डॉ. मनसुख मांडविया ने साइकिल चलाने का संदेश दिया?
सारांश
Key Takeaways
- संडे ऑन साइकिल कार्यक्रम ने एक साल में लाखों लोगों को जोड़ा है।
- इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य फिटनेस और पर्यावरण की सुरक्षा है।
- केंद्रीय मंत्री ने साइकिल चलाने के महत्व पर जोर दिया।
- हर महीने ऐप के द्वारा शीर्ष साइकलिस्टों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
- यह कार्यक्रम अब एक संस्कृति बन चुका है।
पुडुचेरी, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। 'संडे ऑन साइकिल' कार्यक्रम का शुभारंभ एक वर्ष पहले हुआ था। इस रविवार को इस कार्यक्रम की पहली वर्षगांठ पुडुचेरी में मनाई गई। केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया इस अवसर पर मौजूद थे। उन्होंने देशवासियों को साइकिल चलाने और फिट रहने का संदेश दिया।
डॉ. मनसुख मांडविया ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "आज 'संडे ऑन साइकिल' की पहली वर्षगांठ पुडुचेरी में मनाई जा रही है। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि 1,000 से अधिक साइकलिस्ट इस अवसर पर हमारे साथ हैं। राज्य के उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री ने भी इस कार्यक्रम को शुभकामनाएं दी हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "हमने तीन ऐसे साइकलिस्टों का सम्मान किया है जिन्होंने 'संडे ऑन साइकिल' ऐप को इंस्टॉल करके सबसे अधिक कार्बन क्रेडिट अर्जित किए हैं। हर महीने हर राज्य और केंद्रशासित प्रदेश में ऐप द्वारा मैपिंग की जाएगी। जो साइकलिस्ट शीर्ष 1 से 3 में आएंगे, उन्हें प्रोत्साहन स्वरूप एक साइकिल दी जाएगी। 'संडे ऑन साइकिल' अब एक पैशन बन चुका है और यह धीरे-धीरे एक संस्कृति के रूप में विकसित हो रहा है।"
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "जब हमने 'संडे ऑन साइकिल' की शुरुआत की थी, तो 500 लोग जुड़े थे और कार्यक्रम 5 स्थानों पर आयोजित किया गया था। अब हर रविवार, देश के 8,000 स्थानों पर लोग इस कार्यक्रम में शामिल होकर खुद को फिट रखते हैं। लोग इस कार्यक्रम में अपनी फिटनेस के साथ-साथ पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति भी संकल्पित हैं।"
उन्होंने कहा, "हमारे प्रधानमंत्री ने 'संडे ऑन साइकिल' कार्यक्रम को मोटापे के खिलाफ लड़ाई और फिटनेस के साथ जोड़ा है। पहले वर्षगांठ पर, मैं सभी देशवासियों को साइकिल चलाकर खुद को फिट रखने का संदेश देता हूं।"