क्या ऑपरेशन सिंधु भारत की ताकत को उजागर करता है? : राजीव प्रताप रूडी

सारांश
Key Takeaways
- ऑपरेशन सिंधु भारतीय नागरिकों की सुरक्षा का प्रतीक है।
- भारत सरकार संकट के समय में सक्रिय रूप से नागरिकों की मदद करती है।
- यह ऑपरेशन भारत की वैश्विक ताकत को दर्शाता है।
- ईरान-इजरायल संघर्ष की स्थिति पर भारत का नजरिया महत्वपूर्ण है।
- अमेरिका की भूमिका पर सवाल उठाना आवश्यक है।
पटना, 23 जून (राष्ट्र प्रेस)। ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव के बीच, भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंधु शुरू किया है ताकि ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित वतन लौटाया जा सके। इस ऑपरेशन के तहत बड़ी संख्या में भारतीय नागरिकों ने अपने घर वापसी की है।
वतन लौटने वाले भारतीयों ने प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद किया है। इस ऑपरेशन के संदर्भ में भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि यह ऑपरेशन भारत की शक्ति को दर्शाता है।
राजीव प्रताप रूडी ने सोमवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि जिस प्रकार से ईरान से भारतीय नागरिकों को वापस लाया गया है, यह कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी यूक्रेन से भारतीयों की सुरक्षित वापसी कराई गई थी। भारत के प्रधानमंत्री मोदी विदेशों में भी हमारे नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। ऐसी आपातकालीन स्थितियों में उन्हें सुरक्षित वापस लाना कुछ ऐसा है जो केवल प्रमुख वैश्विक शक्तियां ही कर सकती हैं। मेरा मानना है कि जिस तरह से ईरान में फंसे अपने नागरिकों को भारत सरकार और पीएम मोदी की ओर से वापस लाया जा रहा है, यह भारत की ताकत को दर्शाता है।
अमेरिका द्वारा ईरान पर हमले के संदर्भ में उन्होंने कहा कि विश्व की स्थिति काफी भयानक हो रही है। जिस तरह से हमला किया गया है, इससे स्थिति में काफी बदलाव आया है। मैं इस पर टिप्पणी नहीं कर सकता, लेकिन स्थिति तनावपूर्ण है।
शिवसेना(यूबीटी) के नेता अरविंद सावंत ने ईरान-इजरायल संघर्ष पर कहा कि भारत-पाक के बीच सीजफायर की बात करने वाला अमेरिका क्यों ईरान पर हमला कर रहा है। पीएम मोदी को चाहिए कि वह अमेरिका से कहे कि अगर वह शांति बहाल करने में मदद नहीं कर सकता, तो हमला क्यों कर रहा है। ईरान-इजरायल के मामले में अमेरिका कह रहा था कि वह शांति बहाल करेगा, लेकिन फिर ईरान पर हमला हो जाता है। ईरान इस हमले के प्रति चुप नहीं रह सकता। शांति का होना आवश्यक है, और यह दोनों पक्षों से आना चाहिए। यदि इजरायल हमला करता रहेगा, तो शांति कैसे बनेगी।