क्या 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पाकिस्तान के कुछ हवाई अड्डे अभी भी आईसीयू में हैं?

सारांश
Key Takeaways
- ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान की हवाई शक्ति को कमजोर किया है।
- भारत ने एस-400 प्रणाली का प्रभावी उपयोग किया।
- पाकिस्तान के हवाई अड्डे अभी भी आईसीयू में हैं।
नई दिल्ली, 9 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। क्या ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के कुछ हवाई अड्डे अभी भी आईसीयू में हैं? वरिष्ठ रक्षा विशेषज्ञ पीके सहगल ने वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत ने एस-400 प्रणाली का उपयोग करके पांच पाकिस्तानी विमानों को नष्ट किया।
उन्होंने बताया कि हमने पाकिस्तान के भीतर, 300 किलोमीटर के दायरे में, एक पूर्व चेतावनी विमान को भी नष्ट किया, जो उनकी वायु रक्षा और आक्रामक हवाई अभियानों को नियंत्रित करता था।
पीके सहगल ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि यह पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका था, विशेषकर जब हमने उनके तीन हवाई अड्डों को नष्ट किया था। किसी भी योजनाबद्ध हवाई हमले या जमीनी कार्रवाई के लिए, उन्हें हवाई समर्थन की आवश्यकता होती है। हमने उनकी हवाई क्षमता को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है और उनके कुछ हवाई अड्डे अभी भी आईसीयू में हैं।
उन्होंने आगे कहा कि नूरखान एयरबेस एक कमांड पोस्ट था, जिसे अमेरिका के माध्यम से स्टील और सीमेंट से बनाया गया था, जिसमें केवल एक खिड़की थी, जिससे भारतीय सेना ने मिसाइल गिराई। वास्तव में, यह पाकिस्तान के लिए एक बहुत बड़ा झटका है। पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत के डीजीएमओ से संपर्क किया और लड़ाई बंद करने की बात की।
यह उल्लेखनीय है कि भारतीय वायुसेना के प्रमुख ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को हुए भारी नुकसान की जानकारी बेंगलुरु में एक कार्यक्रम में दी।
एयर चीफ मार्शल सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जिक्र करते हुए दो तरह की तस्वीरें पेश की, जो पाकिस्तान में हुए नुकसान के पहले और बाद की थीं। इन तस्वीरों में स्पष्ट था कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के अंतर्गत आतंकियों के ठिकानों को पूरी सटीकता के साथ नष्ट किया।
गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना ने आधिकारिक तौर पर पहली बार पाँच पाकिस्तानी फाइटर जेट को मार गिराने की पुष्टि की है।