क्या पाकिस्तान पर भरोसा करना सही है? : इब्राहिम हुसैन

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क्या पाकिस्तान पर भरोसा करना सही है? : इब्राहिम हुसैन

सारांश

ईरान और इजरायल के बीच तनाव के बीच, मौलाना इब्राहिम हुसैन ने पाकिस्तान पर विश्वास न करने की चेतावनी दी है। क्या यह सच है? जानिए इस विवादास्पद मुद्दे पर उनके विचार और अमेरिका द्वारा ईरान पर हमले के संदर्भ में पाकिस्तान की भूमिका।

Key Takeaways

  • पाकिस्तान एक दोहरे चरित्र वाला देश है।
  • ईरान पर अमेरिका का हमला विश्वासघात है।
  • भारत ने पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया है।
  • हमारी सरकार आतंकवाद को समाप्त करने में सक्षम है।
  • प्रधानमंत्री मोदी की वैश्विक लोकप्रियता बढ़ रही है।

अलीगढ़, 23 जून (राष्ट्र प्रेस)। ईरान-इजरायल के बीच बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका द्वारा ईरान पर हमले के बाद स्थिति बहुत तनावपूर्ण हो गई है। पाकिस्तान ने यह दावा किया है कि उसे पहले से ही पता था कि अमेरिका ईरान पर हमला करेगा। उसने यह भी कहा है कि अमेरिका ने इस हमले के लिए उसके हवाई क्षेत्र का उपयोग किया है। इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मौलाना चौधरी इब्राहिम हुसैन ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान पर विश्वास नहीं किया जा सकता।

उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान एक दोहरे चरित्र वाला देश है, जिसके फैसलों का कोई अनुमान नहीं लगा सकता। पाकिस्तान पर भरोसा करना किसी के लिए भी उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि अमेरिका को ईरान पर हमला करने के लिए हवाई क्षेत्र देना एक विश्वासघात है।

पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया है। पाकिस्तान की छवि ऐसी है कि उसे आतंकवाद के लिए जाना जाता है।

पहलगाम के आतंकवादी हमले में शामिल आतंकवादियों को संरक्षण देने के आरोप में दो व्यक्तियों की गिरफ्तारी पर मौलाना चौधरी इब्राहिम हुसैन ने कहा, "मेरा मानना है कि हमारी सरकार आतंकवाद को खत्म करने में पूरी तरह सक्षम है। अगर आतंकवादी भूमिगत भी हो जाते हैं, तो हमारी सरकार उन्हें खोजने और दंडित करने की शक्ति रखती है।"

ईरानी राष्ट्रपति के साथ पीएम मोदी की बातचीत पर मौलाना चौधरी इब्राहिम हुसैन ने कहा, "यह उनके (प्रधानमंत्री मोदी के) वैश्विक सम्मान और लोकप्रियता का एक स्पष्ट उदाहरण है। वह उनके दृष्टिकोण और नेतृत्व के लिए पहचाने जाते हैं।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियन के बीच रविवार को बातचीत हुई। इस दौरान मोदी ने ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष को लेकर भारत की गहरी चिंता व्यक्त की और तनाव को संवाद और कूटनीति के माध्यम से तुरंत कम करने की अपील की।

Point of View

मौलाना इब्राहिम हुसैन की बातें पाकिस्तान के संदर्भ में महत्वपूर्ण हैं। एक लोकतांत्रिक देश के रूप में, हमें अपने पड़ोसियों के प्रति सतर्क रहना चाहिए और किसी भी तरह के विश्वासघात से दूर रहना चाहिए।
NationPress
23/06/2025

Frequently Asked Questions

क्या पाकिस्तान पर भरोसा किया जा सकता है?
मौलाना इब्राहिम हुसैन के अनुसार, पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता और यह एक दोहरे चरित्र वाला देश है।
भारत ने पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ क्या किया?
भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया।