क्या पश्चिम बंगाल में मां काली की मूर्ति का अपमान हुआ? आरोपी गिरफ्तार

सारांश
Key Takeaways
- मां काली की मूर्ति के अपमान ने पश्चिम बंगाल में हंगामा पैदा किया।
- पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया।
- स्थानीय प्रशासन ने शांति बनाए रखने की अपील की है।
- इस घटना ने सांस्कृतिक प्रतीकों के प्रति संवेदनशीलता की आवश्यकता को उजागर किया है।
- सामुदायिक सहयोग से ही ऐसे विवादों का समाधान संभव है।
कोलकाता, 23 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल के हार्वुड पॉइंट कोस्टल पुलिस थाना क्षेत्र के उत्तर चंद्रनगर गांव में मंगलवार सुबह मां काली की मूर्ति के कथित अपमान को लेकर भारी हंगामा देखने को मिला। इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
पश्चिम बंगाल पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर जानकारी दी कि सुबह करीब 5.30 बजे सूर्यनगर ग्राम पंचायत के एक मंदिर में मूर्ति अपमान की सूचना मिली। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और पूजा समिति के सदस्यों से बातचीत की, जिन्होंने विसर्जन के बाद औपचारिक शिकायत दर्ज कराने की बात कही। लेकिन इसके बाद बाहरी लोगों का एक समूह इलाके में घुस आया, जिससे भीड़ बढ़ गई और मूर्ति को राष्ट्रीय राजमार्ग पर ले जाने का प्रयास किया गया, जिससे सड़क जाम हो गई।
पुलिस ने बताया कि भीड़ ने सड़क को जाम कर दिया, जिससे सार्वजनिक वाहन और एम्बुलेंस फंस गए। अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन सड़क खाली करने के अनुरोधों के बावजूद पथराव शुरू हो गया। पुलिस ने मां काली की मूर्ति को सुरक्षित रखने के लिए त्वरित कार्रवाई की। मूर्ति को पूरी श्रद्धा के साथ पुलिस वाहन में रखा गया ताकि अफरा-तफरी में कोई क्षति न हो। इसके बाद इलाके को खाली कराया गया और शांति बहाल की गई। पुलिस ने लगातार गश्त और सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू की।
खुफिया जानकारी के आधार पर, भूपति हलदर के बेटे नारायण हलदर (28) को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने नशे की हालत में मूर्ति अपमान की बात स्वीकार की। पुलिस ने दो मामले, सड़क जाम करने और तोड़फोड़, दर्ज किए हैं। सड़क जाम के मामले में अभी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई, लेकिन जांच जारी है। पुलिस ने अन्य संलिप्त लोगों की पहचान के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं।
प्रारंभिक जांच में यह स्थानीय उपद्रव प्रतीत होता है, जिसमें कुछ शरारती तत्वों ने गलत सूचना फैलाने की कोशिश की। पुलिस ने नागरिकों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है।