क्या पश्चिम बंगाल में पुलिस ने मुख्यमंत्री आवास के पास पिस्तौल के साथ एक शिक्षक को हिरासत में लिया?

सारांश
Key Takeaways
- विधानिक प्रावधानों के तहत एयर पिस्टल रखना जरूरी है।
- पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से सही कदम उठाया।
- सभी नागरिकों को सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए।
- पुलिस और आम नागरिकों के बीच संचार महत्वपूर्ण है।
- हर घटना का सही मूल्यांकन होना चाहिए।
कोलकाता, १० अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। कोलकाता के एक प्रसिद्ध मिशनरी-संचालित स्कूल के एक शिक्षक को शुक्रवार को कोलकाता पुलिस ने तब हिरासत में लिया जब वह अपने बैग में एयर पिस्टल लेकर सड़क पर घूम रहे थे।
पुलिस ने शिक्षक की गतिविधियों पर संदेह होने के कारण उसे पकड़ लिया और उसके बैग से एक एयर पिस्टल बरामद की।
उन्हें स्थानीय कालीघाट पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां लगभग पांच घंटे तक उनसे पूछताछ की गई।
बाद में, पुलिस को ज्ञात हुआ कि देबांजन चट्टोपाध्याय नामक यह व्यक्ति कोलकाता के एक प्रतिष्ठित मिशनरी-संचालित स्कूल का शिक्षक है।
वह हुगली जिले के श्रीरामपुर शूटिंग क्लब का सदस्य भी है और इसी सदस्यता के आधार पर उसके पास एयर पिस्टल है।
उन्होंने एयर पिस्टल रखने की वैधता से संबंधित आवश्यक कागजात भी प्रस्तुत किए।
पुलिस ने उसके स्पष्टीकरण से संतुष्ट होकर, यह समझकर कि उसका कोई बुरा इरादा नहीं था, उसे रिहा कर दिया।
चटर्जी ने मीडियाकर्मियों से कहा कि पूछताछ के दौरान पुलिस का व्यवहार उनके प्रति काफी सौम्य था।
२०२३ में, कालीघाट स्थित मुख्यमंत्री आवास के पास एक युवक को हथियार के साथ पकड़ा गया था।
पुलिस ने युवक को कालीघाट स्थित मुख्यमंत्री आवास की ओर जाने वाली सड़क पर गिरफ्तार किया और स्थानीय पुलिस थाने ले गई।
यह घटना २१ जुलाई को कोलकाता के एस्प्लेनेड में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की वार्षिक शहीद दिवस रैली में शामिल होने से कुछ घंटे पहले हुई।
शहर के एक पुलिस अधिकारी ने पुष्टि की कि शुक्रवार की घटना को किसी भी परिस्थिति में मुख्यमंत्री की सुरक्षा में सेंध नहीं माना जा सकता।