क्या पश्चिम बंगाल में 1 दिसंबर से शुरू होगा 'सेवाआश्रय'?
सारांश
Key Takeaways
- सेवाआश्रय 1 दिसंबर से पुनः शुरू होगा।
- यह स्वास्थ्य सेवा का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
- सैकड़ों मरीजों को निशुल्क चिकित्सा सेवाएं मिलेंगी।
- विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम विभिन्न विभागों में सहायता करेगी।
- यह कार्यक्रम गरीबों के लिए एक बड़ी सहायता है।
कोलकाता, 7 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी ने शुक्रवार को निशुल्क चिकित्सा शिविरों 'सेवाआश्रय' को पुनः आरंभ करने की घोषणा की।
अभिषेक बनर्जी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर साझा किया कि उनका प्रसिद्ध निशुल्क चिकित्सा शिविर कार्यक्रम 'सेवाआश्रय' 1 दिसंबर से पुनः शुरू हो रहा है। पिछले वर्ष आरंभ हुआ यह अभियान डायमंड हार्बर के अलावा पूरे बंगाल के गरीब और ज़रूरतमंद लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवा का एक महत्वपूर्ण सहारा बन चुका है। अभिषेक ने लिखा, "मैंने वादा किया था कि सेवाआश्रय वापस आएगा और आज वह वादा पूरा हुआ।"
अभिषेक बनर्जी ने बताया कि 'सेवाआश्रय' की शुरुआत 1 दिसंबर से होगी और इसका समापन 22 जनवरी, 2026 को होगा। 24 दिसंबर से लेकर 30 जनवरी 2026 तक मेगा कैंप आयोजित किए जाएंगे। ये कैंप सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक चलेंगे। हर दिन सैकड़ों मरीजों का परीक्षण, दवा वितरण और विशेषज्ञ परामर्श निशुल्क उपलब्ध होगा। मेगा कैंप में कार्डियोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स, नेत्र चिकित्सा, स्त्री रोग और बाल रोग जैसे विभागों के विशेषज्ञ डॉक्टर शामिल होंगे।
अभिषेक ने कहा, "सेवाआश्रय देखभाल, विश्वास और आश्वासन का प्रतीक बन गया है। यह मजबूत, व्यापक और हर ज़रूरतमंद की सेवा में दृढ़ होकर लौट रहा है।"
अभिषेक बनर्जी ने पिछले साल सेवाआश्रय की शुरुआत की थी। मात्र 45 दिनों में 1.20 लाख से अधिक मरीजों का इलाज किया गया था। इनमें 15,000 से अधिक नेत्र जांच, 3,500 मोतियाबिंद ऑपरेशन, 8,000 से अधिक ईसीजी और ब्लड शुगर टेस्ट शामिल थे, और मुफ्त दवाइयां और चश्मे का वितरण किया गया था।
यह घोषणा उस समय आई है जब पश्चिम बंगाल में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सत्तारूढ़ टीएमसी और विपक्ष के बीच तीखी बहस चल रही है। अभिषेक बनर्जी, सीएम ममता बनर्जी के भतीजे और टीएमसी के युवा चेहरा हैं। उन्होंने इसे 'सेवा की राजनीति' का मॉडल बताया, जबकि विपक्ष इसे चुनावी स्टंट मान रहा है।