क्या बारिश से बेहाल पश्चिम बंगाल में सरकार अपनी जिम्मेदारियों से भाग रही है?

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क्या बारिश से बेहाल पश्चिम बंगाल में सरकार अपनी जिम्मेदारियों से भाग रही है?

सारांश

पश्चिम बंगाल में भारी बारिश के कारण उत्पन्न संकट पर भाजपा नेता दिलीप घोष का बयान। उन्होंने ममता बनर्जी सरकार पर जिम्मेदारियों से भागने का आरोप लगाया। क्या सरकार की विफलता साफ नजर आ रही है? जानिए इस मुद्दे पर उनकी राय और ममता सरकार के कार्यों की सच्चाई।

Key Takeaways

  • पश्चिम बंगाल में भारी बारिश से १२ लोगों की मौत हुई।
  • ममता बनर्जी सरकार पर जिम्मेदारियों से भागने का आरोप।
  • दुर्गा पूजा के आयोजन की मंजूरी नहीं मिलने की शिकायत।
  • सरकार की विफलता पर सवाल उठाए गए।
  • भाजपा नेता दिलीप घोष ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा।

कोलकाता, २५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा नेता दिलीप घोष ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल में जारी भारी बारिश के कारण उत्पन्न अव्यवस्था के लिए ममता बनर्जी सरकार को जिम्मेदार ठहराया।

उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि इस भारी बारिश के चलते १२ लोगों की जान चली गई। लेकिन, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि ममता बनर्जी की सरकार अपनी जिम्मेदारियों से बचने की कोशिश कर रही है। सरकार को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और स्थिति को सामान्य बनाने के लिए कदम उठाने चाहिए। लेकिन, अफसोस, इस दिशा में कोई प्रयास नहीं हो रहा है।

उन्होंने कहा कि यह बहुत ही दुखद है कि ममता सरकार में मेयर की जिम्मेदारी संभालने वाले लोग बारिश के दौरान लोगों की मदद करने का दिखावा कर रहे हैं। कभी लुंगी पहनकर तो कभी किसी अन्य वेशभूषा में जाकर लोगों को बचाने का ढोंग करते हैं। वे इस स्थिति का मनोरंजन बनाने के लिए तस्वीरें भी खींचवाते हैं। ऐसा करना सरकार की विफलताओं को छुपाने का प्रयास है। मुझे लगता है कि सरकार को अब अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।

उन्होंने अमित शाह के आगामी पश्चिम बंगाल दौरे पर भी खुशी जताई और कहा कि इससे पार्टी के कार्यकर्ताओं में उत्साह है। जब भी वे हमारे बीच आते हैं, तो हमारे कार्यकर्ताओं को उनसे बहुत कुछ सीखने को मिलता है। उनके आगमन की तैयारी की जा रही है।

उन्होंने दुर्गा पूजा के आयोजन की मंजूरी न मिलने पर ममता सरकार पर निशाना साधा और कहा कि यह सरकार ऐसी है, जो दुर्गा पूजा के आयोजन को भी मंजूरी नहीं देती। यह बहुत दुखद है कि राज्य में एक सभा आयोजित करने के लिए भी हमें कोर्ट का सहारा लेना पड़ता है। मैं समझता हूँ कि यदि ऐसा किसी राज्य में हो रहा है, तो वहाँ पर लोकतंत्र का अभाव है।

भाजपा नेता दिलीप घोष ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के 'हाइड्रोजन बम' फोड़े जाने के बयान पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि उनके बयान से कुछ नहीं होने वाला है। असलियत यह है कि आज कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से हाशिए पर जा चुकी है। देश की जनता कांग्रेस की बदहाली से पूरी तरह अवगत है। कांग्रेस के नेतृत्व को अपनी पार्टी की स्थिति सुधारने पर ध्यान देना चाहिए।

एसएससी एग्जाम के संदर्भ में उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि परीक्षा का आयोजन समय पर हो। परिणाम समय पर आएं, ताकि छात्रों का समय बचे। लेकिन, निश्चित रूप से यह बात खारिज नहीं की जा सकती कि परीक्षा के आयोजन में कई विसंगतियां हैं, जिन्हें सुधारने की आवश्यकता है।

Point of View

यह स्थिति चिंताजनक है, जहां प्राकृतिक आपदाओं के बीच सरकार की भूमिका पर सवाल उठते हैं। जब लोग संकट में होते हैं, तो सरकार का दायित्व बढ़ जाता है, और इसे निभाने में विफलता लोकतंत्र के लिए खतरा बन सकती है।
NationPress
25/09/2025

Frequently Asked Questions

पश्चिम बंगाल में बारिश से कितने लोग प्रभावित हुए हैं?
हाल ही में भारी बारिश के कारण १२ लोगों की जान चली गई है।
दिलीप घोष ने ममता बनर्जी सरकार पर क्या आरोप लगाए?
उन्होंने कहा कि सरकार अपनी जिम्मेदारियों से भाग रही है और स्थिति को सामान्य करने में विफल है।
क्या दुर्गा पूजा के आयोजन की अनुमति नहीं मिली?
हाँ, दिलीप घोष ने आरोप लगाया कि ममता सरकार दुर्गा पूजा के आयोजन को मंजूरी नहीं दे रही है।