क्या पश्चिम बंगाल सरकार घुसपैठियों को वापस नहीं भेजना चाहती? लॉकेट चटर्जी का बयान
सारांश
Key Takeaways
- लॉकेट चटर्जी का आरोप है कि न्यूटाउन में आग लगने की घटना साजिश थी।
- राज्य सरकार पर अवैध घुसपैठियों को बचाने का आरोप।
- पश्चिम बंगाल में व्यापार का माहौल न होने की बात।
- प्रधानमंत्री मोदी का अवैध घुसपैठ पर कड़ा रुख।
- राजनीतिक बयानबाजी का चुनावी प्रभाव।
कोलकाता, 18 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल के न्यूटाउन में आग लगने की घटना को भारतीय जनता पार्टी की नेता लॉकेट चटर्जी ने गुरुवार को साजिश बताया। उनका कहना है कि जानबूझकर बस्ती में आग लगाई गई ताकि लोग अपने पुराने कागजात जल जाने का बहाना बनाकर अवैध रूप से वोटर लिस्ट में नाम जोड़ सकें।
लॉकेट चटर्जी ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा, "राज्य सरकार का मानना है कि बांग्लादेश से अवैध घुसपैठ हुई है, तो फिर उन्हें पश्चिम बंगाल की मतदाता सूची में कैसे जोड़ा जाए? यही कारण है कि जानबूझकर पूरी बस्ती को आग के हवाले कर दिया गया।"
उन्होंने आगे कहा, "अब वहां के निवासी यह शिकायत कर रहे हैं कि हमारे पुराने पेपर जल गए हैं, इसलिए हमारा नाम वापस वोटर लिस्ट में जोड़ें। राज्य सरकार अवैध रोहिंग्या को वापस नहीं भेजना चाहती। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि देश में एक भी रोहिंग्या और अवैध घुसपैठिया नहीं रहेगा। पश्चिम बंगाल सरकार 2026 विधानसभा चुनाव के संदर्भ में अवैध वोटर्स को राज्य में बनाए रखना चाहती है।"
लॉकेट चटर्जी ने पश्चिम बंगाल में बिजनेस कॉन्क्लेव को लेकर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "यह सिर्फ लोगों की आंखों में धूल झोंकने का एक तरीका है। पश्चिम बंगाल में कोई इन्वेस्टमेंट नहीं करना चाहता।"
उन्होंने कहा, "पश्चिम बंगाल के व्यवसायी देश के विभिन्न राज्यों में अपना कारोबार करते हैं। इस राज्य में कारोबार करने का कोई माहौल नहीं है। अगर कोई व्यवसाय शुरू करने की सोचता है, तो उसे शुरुआत से ही खत्म करने की कोशिश की जाती है।"
भाजपा नेता ने कहा, "सरकार केवल दिखावे के लिए यह दिखाने की कोशिश कर रही है कि पश्चिम बंगाल में निवेशक आ रहे हैं, जबकि वह यही झूठ बोलकर लोगों से वोट लेना चाहती है। वहीं, देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जीडीपी तेजी से बढ़ रही है। पूरी दुनिया में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है।"