क्या पटना में बिहार कांग्रेस की चुनाव समिति की बैठक ने पप्पू यादव को नई दिशा दी?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार कांग्रेस की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई।
- पप्पू यादव की उपस्थिति ने राजनीतिक हलचल को जन्म दिया।
- अगले चुनावों के लिए रणनीति पर चर्चा की गई।
- 19 सितंबर को दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक होगी।
- 24 सितंबर को सीडब्ल्यूसी की बैठक पटना में होगी।
पटना, 18 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने गुरुवार को राजधानी पटना स्थित सदाकत आश्रम में राज्य चुनाव समिति की महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया।
बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए रणनीतियों का निर्धारण करना और संभावित उम्मीदवारों के नामों पर विचार करना था।
इस बैठक में स्वतंत्र सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की उपस्थिति ने राजनीतिक हलचलों को जन्म दिया। कांग्रेस से लंबे समय से जुड़े पप्पू यादव अक्सर पार्टी में उपेक्षा का आरोप लगाते रहे हैं। लेकिन इस बार उन्हें वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठाकर महत्वपूर्ण भूमिका सौंपी गई, जिससे स्पष्ट होता है कि कांग्रेस उन्हें राज्य की रणनीति में एक प्रमुख स्थान देने के लिए तैयार है।
बैठक में बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावरु, राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह, बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम, कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा सहित कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। इसके अलावा पार्टी के सांसद, विधायक, विधान पार्षद, प्रदेश सचिव और फ्रंटल संगठनों के प्रमुख भी शामिल हुए।
कुल 39 सदस्यीय राज्य चुनाव समिति ने उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग प्रक्रिया और चुनावी रोडमैप पर विस्तार से चर्चा की।
पप्पू यादव की सक्रियता और कांग्रेस मंच पर उनकी स्वीकार्यता यह दर्शाती है कि पार्टी आगामी चुनावों में उन्हें संगठित भूमिका सौंप सकती है।
बैठक के बाद कांग्रेस अब 19 सितंबर को दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में अपने पहले चरण के उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देगी।
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस हाईकमान ने राज्य नेताओं को लोकप्रियता, सामाजिक समीकरण और जीत की संभावना पर ध्यान देने का निर्देश दिया है।
इस बीच, कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक भी 24 सितंबर को पटना में आयोजित की जा रही है, जो पार्टी के लिए ऐतिहासिक है, क्योंकि यह पहली बार सीडब्ल्यूसी की बैठक बिहार में हो रही है।
इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और अन्य प्रमुख नेता शामिल होंगे। बैठक के एजेंडे में 'वोट चोरी' मतदाता सूची में गड़बड़ी और विशेष पुनरीक्षण अभियान (एसआईआर) पर चर्चा होगी।