क्या फिलीपींस के राष्ट्रपति अगले सप्ताह भारत आएंगे?

सारांश
Key Takeaways
- फिलीपींस के राष्ट्रपति की पहली भारत यात्रा
- रक्षा और समुद्री सुरक्षा पर सहयोग का विस्तार
- उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल का आगमन
- भारत-फिलीपींस के बीच 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर यात्रा
- द्विपक्षीय वार्ता में सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा
नई दिल्ली, 31 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड आर. मार्कोस जूनियर 4 अगस्त से 8 अगस्त तक भारत की राजकीय यात्रा पर आएंगे। इस यात्रा का उद्देश्य रक्षा और समुद्री सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में भारत और फिलीपींस के बीच सहयोग को और मजबूत करना है। राष्ट्रपति बनने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा होगी।
विदेश मंत्रालय ने बताया कि राष्ट्रपति मार्कोस के साथ उनकी पत्नी, प्रथम महिला लुईस अरनेटा मार्कोस भी होंगी। उनके साथ फिलीपींस सरकार के कई कैबिनेट मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी, खास मेहमान और व्यापार प्रतिनिधियों का एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी भारत आएगा। राष्ट्रपति मार्कोस नई दिल्ली में कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे और अपनी यात्रा के अंतिम चरण में बेंगलुरु भी जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर 5 अगस्त को द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इस दौरान दोनों नेता आपसी सहयोग को और मजबूत करने पर चर्चा करेंगे। राष्ट्रपति मार्कोस, भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात करेंगे और विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी उनसे भेंट करेंगे।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत और फिलीपींस के बीच राजनयिक संबंध नवंबर 1949 में स्थापित हुए थे। तब से दोनों देशों ने व्यापार और निवेश, रक्षा, समुद्री सहयोग, कृषि, स्वास्थ्य, दवाओं और डिजिटल तकनीक जैसे कई क्षेत्रों में मजबूत साझेदारी बनाई है। इसके अलावा, दोनों देश क्षेत्रीय मंचों पर भी मिलकर काम करते हैं।
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि फिलीपींस के साथ भारत के रिश्ते "एक्ट ईस्ट" नीति, "विजन सागर" (समुद्र क्षेत्र की रणनीति), और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत के दृष्टिकोण का अहम हिस्सा हैं। राष्ट्रपति मार्कोस की यह राजकीय यात्रा भारत-फिलीपींस के बीच राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है, जो इन संबंधों को और मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
भारतीय नौसेना और फिलीपींस के बीच रक्षा सहयोग लगातार मजबूत होता जा रहा है। इस सहयोग के तहत भारतीय नौसेना के जहाज़ अक्सर फिलीपींस का दौरा करते हैं, जबकि भारत भी अपने बंदरगाहों को फिलीपींस के जहाज़ों के रखरखाव के लिए उपलब्ध कराता है।
30 जुलाई को भारतीय नौसेना के तीन जहाज आईएनएस मैसूर, आईएनएस किल्टन और आईएनएस शक्ति फिलीपींस के दौरे पर पहुंचे। वहां फिलीपींस की नौसेना ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
पिछले साल सिंगापुर में शांगरी-ला संवाद के दौरान दिए गए अपने भाषण में राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने कहा था कि फिलीपींस भारत जैसे सहयोगियों के साथ अपने रिश्ते और सहयोग को मजबूत करना चाहता है।
विदेश मंत्रालय ने इस राजकीय यात्रा को एक अहम मौका बताते हुए कहा कि यह भारत और फिलीपींस को भविष्य में सहयोग के नए रास्ते तय करने और क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर मिलकर चर्चा करने का एक महत्वपूर्ण अवसर देगा।