क्या भारत से महात्मा गांधी का नाम मिट सकता है? : भाजपा प्रवक्ता अजय आलोक
सारांश
Key Takeaways
- महात्मा गांधी का नाम मिटाना असंभव है।
- विपक्ष के पास कोई असली मुद्दे नहीं हैं।
- पश्चिम बंगाल की स्थिति पर सवाल उठाने की आवश्यकता है।
- नॉर्थ-ईस्ट और पश्चिम बंगाल में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास महत्वपूर्ण है।
- राहुल गांधी को जॉर्ज सोरोस के प्रभाव में दिखाया जा रहा है।
नई दिल्ली, 20 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। विपक्ष द्वारा जी राम जी बिल के खिलाफ चल रहे विरोध पर भाजपा प्रवक्ता अजय आलोक ने तीखा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि इस देश से महात्मा गांधी का नाम मिटाना असंभव है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि विपक्ष के पास न तो कोई कार्य है और न ही वास्तविक मुद्दे। क्या उन्हें यह समझ नहीं आता कि कोई भी इस देश से महात्मा गांधी का नाम नहीं मिटा सकता? गांधी जी की भारत पर अमिट छाप है। विपक्ष ने बार-बार उन्हीं पर हमला किया है। क्या पश्चिम बंगाल में जो तुष्टीकरण हो रहा था, वह गांधी के सिद्धांतों के अनुरूप है? क्या वर्तमान स्थिति वैसी है जैसा गांधी ने सोचा था? ममता बनर्जी को इस्तीफा दे देना चाहिए।
बंगाल में एसआईआर के मुद्दे पर भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि यह चिंताजनक है कि इतने सारे फर्जी नाम कैसे जोड़े गए और इसके लिए कौन जिम्मेदार था। बिहार में 6.5 मिलियन नाम वोटर लिस्ट से हटा दिए गए। यदि नाम गलत तरीके से हटाए गए थे, तो दावे किए जाने चाहिए थे। कोई भी दावा करने के लिए क्यों नहीं आया? ये लोग कहां गायब हो गए? ये सवाल भी उठाए जाने चाहिए।
पीएम मोदी के पश्चिम बंगाल दौरे पर भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि उद्देश्य नॉर्थ-ईस्ट और पश्चिम बंगाल को देश का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाना है, और यह कदम उसी विज़न के अनुसार है। मेरा मानना है कि नॉर्थ-ईस्ट और पश्चिम बंगाल में कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास का स्तर पहले कभी नहीं देखा गया है। वहां एक रैली और भाषण होंगे। लोग प्रधानमंत्री को सुनने के लिए उत्सुक हैं। यह दिखाता है कि लोगों को उनसे कितना प्यार और लगाव है।
सांसद संजय सिंह के बयान पर भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि संजय सिंह ने संसद में बेहद आपत्तिजनक और नफरत भरी बातें कही हैं। उन्हें अपने बयान के लिए परिणाम भुगतने होंगे।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर अजय आलोक ने कहा कि राहुल गांधी अपने साथियों के साथ घूम रहे हैं। जॉर्ज सोरोस उनके मार्गदर्शक हैं, इसलिए वह सोरोस के अनुयायियों के साथ यात्रा कर रहे हैं। इसमें क्या समस्या है? पूरा देश, बल्कि पूरी दुनिया जानती है कि कांग्रेस की फंडिंग, मोदी सरकार को गिराने की योजना, और इसके पीछे जो पैसा और संसाधन हैं, वे जॉर्ज सोरोस से जुड़े हैं। राहुल गांधी को जॉर्ज सोरोस के मोहरे के रूप में चित्रित किया जा रहा है। यदि सोरोस कहते हैं कि दाएं जाओ, तो राहुल दाएं जाते हैं। यदि वह कहते हैं कि बाएं जाओ, तो राहुल बाएं जाते हैं और यदि वह कहते हैं कि कूदो, तो राहुल कूदने लगेंगे।