क्या बिहार में एनडीए की सरकार फिर से बनेगी? : विधायक युद्धवीर सेठी

सारांश
Key Takeaways
- एनडीए की स्थिति बिहार में मजबूत है।
- जनता ने राजद को नकार दिया है।
- प्रधानमंत्री मोदी की कार्यशैली की सराहना की गई।
- महबूबा मुफ्ती के बयान को डर का प्रतीक बताया गया।
- कोरोना काल में देश को संभालने के लिए मोदी की तारीफ की गई।
श्रीनगर, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा विधायक युद्धवीर सेठी ने ‘राष्ट्र प्रेस मैटराइज सर्वे’ के संदर्भ में कहा कि बिहार की जनता ने एक बार फिर से एनडीए को वापस लाने का निर्णय लिया है।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि बिहार में एनडीए की स्थिति बेहद मजबूत है। दूर-दूर तक कोई भी एनडीए का सामना करने की स्थिति में नहीं है। मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले दिनों में बिहार की जनता एनडीए को ही चुनने जा रही है।
उन्होंने कहा कि राजद हमेशा से भ्रष्टाचार का प्रतीक रही है। इन लोगों ने कभी भी जनता के हितों को प्राथमिकता नहीं दी। यही कारण है कि जनता ने एनडीए को चुनने का निर्णय लिया और इस बार फिर से बिहार की जनता एनडीए को चुनने जा रही है। बिहार की राजनीतिक स्थिति पूरी तरह से एनडीए के पक्ष में है। बिहार के चुनावी दंगल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की जीत होगी। मेरा लालू प्रसाद यादव को यही सुझाव है कि वो पहले अपने दोनों बेटों के बीच की लड़ाई खत्म करें, फिर किसी विषय पर सुझाव दें।
उन्होंने महबूबा मुफ्ती के बयान को उनके डर का प्रतीक बताते हुए कहा कि हम उस सिद्धांत पर कार्य कर रहे हैं, जिसमें स्पष्ट कहा गया है कि हम किसी के सामने नहीं झुकेंगे। जब महबूबा मुफ्ती जम्मू-कश्मीर की सीएम थीं, तब वहां की स्थिति कैसी थी और आज वहां की स्थिति कैसी है? इस बारे में बताने की आवश्यकता नहीं है। आज जम्मू-कश्मीर ‘टेररिज्म से टूरिज्म’ की ओर बढ़ रहा है। आज लोगों के हाथों में बैट है।
उन्होंने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के साथ अपमानजनक व्यवहार को गलत बताया। उन्होंने कहा कि जिस किसी ने सीजेआई के खिलाफ ऐसा किया है, उसे बख्शा नहीं जाना चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की कार्यशैली की सराहना की।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने जिस प्रकार से पूरे देश को संभाला, उसकी तारीफ की जानी चाहिए। प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को भी कड़ा सबक सिखाते हुए उसे घुटने पर ला दिया। उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप को भी कड़ा सबक सिखा दिया।