क्या पीएम मोदी 22 अगस्त को मोकामा-सिमरिया गंगा पुल का लोकार्पण करेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- गंगा पुल की लंबाई 1.865 किलोमीटर है।
- छह लेन का नया पुल बनाया गया है।
- पुराने राजेंद्र सेतु के समानांतर है।
- यात्रा में सुविधा और गति बढ़ेगी।
- सिमरिया धाम की पहुँच को आसान बनाएगा।
पटना, 19 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 अगस्त को आंता (मोकामा) से सिमरिया (बेगूसराय) के बीच गंगा पुल का उद्घाटन करेंगे। यह परियोजना 1.865 किलोमीटर लंबा पुल है, जो सीधे मोकामा (पटना जिला) को बेगूसराय से जोड़ता है।
यह नया छह लेन का पुल पुराने दो लेन के रेल-कम-रोड पुल ‘राजेंद्र सेतु’ के समानांतर बनाया गया है। लगभग सात दशक पुराना राजेंद्र सेतु वर्तमान में मरम्मत के कारण बंद है, जिससे भारी वाहनों की आवाजाही में समस्या आ रही है। नए पुल के उद्घाटन के बाद, इन वाहनों को 100 किलोमीटर तक की अतिरिक्त यात्रा से राहत मिलेगी।
इससे उत्तर बिहार (बेगूसराय, सुपौल, मधुबनी, अररिया आदि) और दक्षिण बिहार (पटना, शेखपुरा, नवादा, लखीसराय आदि) के बीच आवागमन में सुविधा और गति बढ़ेगी। भारी वाहनों को इससे ईंधन और परिचालन लागत में भी बचत होगी।
यह पुल प्रसिद्ध तीर्थस्थल सिमरिया धाम तक पहुंच को भी आसान बनाएगा। सिमरिया धाम प्रसिद्ध कवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की जन्मस्थली भी है।
यह परियोजना की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी थी। अब इसका उद्घाटन राज्य के लिए बेहतर संपर्क और विकास के नए दौर की शुरुआत मानी जा रही है।
यह गंगा पुल न केवल इंजीनियरिंग का अद्भुत नमूना है, बल्कि क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को गति देने, सांस्कृतिक महत्व को बढ़ाने और लोगों की यात्रा को सुविधाजनक बनाने में भी अहम भूमिका निभाएगा।
गौरतलब है कि यह पुल पुराने 2-लेन के राजेंद्र सेतु के समानांतर बनाया गया है। राजेंद्र सेतु करीब 70 साल पुराना है और मरम्मत के कारण भारी वाहनों के लिए बंद है। नया पुल इस बोझ को संभालेगा।