क्या पीएम मोदी के मालदीव दौरे से प्रवासी भारतीयों में नई उम्मीद जगी है?

सारांश
Key Takeaways
- पीएम मोदी की यात्रा से द्विपक्षीय संबंधों में मजबूती आएगी।
- प्रवासी भारतीयों में उत्साह का संचार।
- भारत और मालदीव के बीच सहयोग बढ़ेगा।
- मालदीव में विकास परियोजनाओं को बढ़ावा मिलेगा।
- प्रवासी भारतीयों को आर्थिक लाभ होगा।
नई दिल्ली, 25 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मालदीव यात्रा ने केवल द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत नहीं किया, बल्कि मालदीव में निवास कर रहे भारतीय प्रवासी समुदाय में भी उत्साह का संचार किया है। यह दौरा दोनों देशों के बीच सहयोग और साझेदारी के लिए एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।
मालदीव में भारतीय प्रवासी समुदाय ने इस दौरे को अपने लिए ही नहीं, बल्कि मालदीव के भविष्य के लिए भी लाभदायक बताया। भारतीय मूल के मोहम्मद शाहवाज आलम ने कहा, "मैं बिहार से हूं और एक मेडिकल प्रोफेशनल के रूप में कार्यरत हूं। पीएम मोदी को देखकर बहुत अच्छा लगा। मैंने उनके स्वागत का वीडियो रिकॉर्ड किया और अपने परिवार को भेजा। इस दौरे से भारत और मालदीव के रिश्तों में और मजबूती आएगी।"
शाहवाज ने यह भी बताया कि पहले कुछ समस्याएं थीं, लेकिन अब चीजें धीरे-धीरे सुधार रही हैं। भारत और मालदीव के बीच बेहतर रिश्ते भारतीय प्रवासियों के लिए फायदेमंद होंगे।
राजस्थान के मोहम्मद वसीम ने पीएम मोदी की यात्रा पर अपनी खुशी जताते हुए कहा, "मैंने छुट्टी के दिन भी पीएम मोदी को देखने का समय निकाला। उनके दौरे की खबर से हम सभी बहुत उत्साहित थे।"
वसीम ने कहा कि पीएम मोदी का यह दौरा दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देगा। भारत कई परियोजनाओं में अग्रणी भूमिका निभा रहा है, जैसे कि बुनियादी ढांचे और पुल निर्माण के प्रोजेक्ट। इससे मालदीव का विकास होगा और यहां रह रहे भारतीयों को भी आर्थिक लाभ मिलेगा।
चार साल से मालदीव में रह रहे मुनीश शर्मा ने कहा, "पीएम मोदी का आगमन मालदीव के स्वतंत्रता दिवस पर होना एक महत्वपूर्ण संकेत है। भारत की ‘पड़ोसी पहले’ नीति और भाईचारे की भावना मालदीव जैसे छोटे देशों के लिए बहुत मायने रखती है।"
सुरेश ने कहा, "मैं एक भारतीय होने पर गर्व महसूस करता हूं। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने विश्व स्तर पर अपनी एक अलग पहचान बनाई है। इस दौरे से दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत होंगे।"