क्या देवी माता के आशीर्वाद से सबका कल्याण होगा? पीएम मोदी ने साझा किया 'जागो दुर्गा दशप्रहरणधारिणी' भजन

सारांश
Key Takeaways
- पीएम मोदी ने नवरात्रि के अवसर पर भजन साझा किया।
- 'जागो दुर्गा दशप्रहरणधारिणी' भजन मां की शक्ति को दर्शाता है।
- महाष्टमी पर आराधना का महत्व है।
- अभिजीत मुहूर्त का समय जानें।
- नवरात्रि का पावन पर्व सभी के कल्याण का प्रतीक है।
नई दिल्ली, २९ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को नवरात्रि के पावन अवसर पर देवी माता से सभी भक्तों के कल्याण की प्रार्थना की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर 'जागो दुर्गा दशप्रहरणधारिणी' भजन भी साझा किया। यह भजन मां की कृपा और शक्ति की भावना को प्रकट करता है।
वीडियो को शेयर करते हुए पीएम मोदी ने लिखा, "देवी मां के चरणों में नमन और वंदन। उनसे कामना है कि सभी के दुखों को दूर कर उनके जीवन में नए तेज का संचार करें। देवी माता के आशीर्वाद से सबका कल्याण हो।"
वास्तव में, प्रधानमंत्री मोदी नवरात्रि के पहले दिन से ही प्रतिदिन माता के विभिन्न स्वरूपों की उपासना का उल्लेख सोशल मीडिया के माध्यम से कर रहे हैं।
सोमवार को उन्होंने एक भक्ति गीत 'जागो दुर्गा दशप्रहरणधारिणी' साझा किया है, जिसे द्विजेन मुखर्जी ने गाया है। यह भजन एल्बम 'दुर्गा वंदना' का हिस्सा है, जो मां दुर्गा की महिमा और शक्ति का गुणगान करता है। इस भजन के बोल और संगीत भक्तों को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देते हैं।
'जागो दुर्गा दशप्रहरणधारिणी' मां दुर्गा के दस शस्त्रों और उनकी असीम शक्ति का वर्णन करता है। यह भजन मां की महिमा, उनके दैवीय रूप और भक्तों पर उनकी कृपा को दर्शाता है।
अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि मंगलवार को है। इस दिन दुर्गा अष्टमी और संधि पूजा है। इस तिथि को सूर्य कन्या राशि में और चंद्रमा धनु राशि में रहेंगे।
द्रिक पंचांग के अनुसार, अभिजीत मुहूर्त सुबह के ११ बजकर ४७ मिनट से शुरू होकर दोपहर १२ बजकर ३५ मिनट तक रहेगा और राहुकाल का समय दोपहर के ३ बजकर ९ मिनट से शुरू होकर ४ बजकर ३९ मिनट तक रहेगा।
महाष्टमी के दिन मां दुर्गा की आराधना का आरंभ महास्नान और षोडशोपचार पूजा से किया जाता है। यह पूजा महासप्तमी के समान ही होती है, लेकिन प्राण-प्रतिष्ठा केवल महासप्तमी को होती है।