क्या पूरा चुनाव आयोग अकेले राहुल गांधी से डिबेट कर सकता है? : आदित्य ठाकरे

सारांश
Key Takeaways
- चुनाव आयोग को अपनी पारदर्शिता और विश्वसनीयता साबित करने की आवश्यकता है।
- राहुल गांधी ने महत्वपूर्ण सवाल उठाए हैं जो लोकतंत्र के लिए आवश्यक हैं।
- आदित्य ठाकरे ने चुनाव आयोग को चुनौती दी कि वे स्पष्टता लाएं।
मुंबई, 9 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों का शिवसेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे ने समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी इस मुद्दे पर पहले से ही आवाज उठा रही है।
आदित्य ठाकरे ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "हम हमेशा कहते आ रहे हैं कि देश में विभिन्न स्थानों पर वोटों की चोरी हो रही है। यह केवल महाराष्ट्र चुनाव में हारने के बाद का मामला नहीं है, बल्कि लोकसभा चुनाव से पहले से ही यह मुद्दा उठाया गया है। कई बार ऐसा लगता है कि जैसे भाजपा के दफ्तर से ही चुनाव आयोग का संचालन हो रहा है। राहुल गांधी द्वारा रखे गए तथ्य केवल हवा में नहीं हैं, बल्कि उनके पास सबूत हैं जिससे वोटिंग में धांधली का खुलासा होता है। कुछ लोग एक ही जगह पर कई बार वोट डाल चुके हैं। उनका नाम और फोटो एक ही है, लेकिन उन्होंने अलग-अलग स्थानों पर मतदान किया है।"
उन्होंने कहा, "चुनाव आयोग को चुनौती देने के बजाय, उन्हें राहुल गांधी के साथ डिबेट करनी चाहिए। पूरा चुनाव आयोग सामने आए और राहुल गांधी अकेले खड़े रहेंगे, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि जो जानकारी हम दे रहे हैं, वह सही है या गलत। हमें जो जानकारी मिली है, वह चुनाव आयोग की वेबसाइट से ही प्राप्त हुई है।"
उन्होंने आगे कहा, "आज हम 2025 में एआई युग में हैं, लेकिन आयोग सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। हमारे देश का लोकतंत्र और संविधान आज संकट में हैं। इसे न केवल देश के लोग जानते हैं, बल्कि पूरी दुनिया इसे जानने लगी है।"
बता दें कि बिहार की मतदाता सूची में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर विपक्ष हमलावर है। वहीं, गुरुवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई राज्यों के विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में कथित रूप से गड़बड़ी का आरोप लगाया।