क्या प्रधानमंत्री मोदी के गया कार्यक्रम ने सभी रिकॉर्ड तोड़े?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी का गया कार्यक्रम ऐतिहासिक था।
- दिलीप जायसवाल ने कार्यक्रम की सफलता के लिए मतदाताओं का आभार व्यक्त किया।
- पीएम मोदी का संबोधन प्रभावशाली था।
- बिहार का विकास प्रधानमंत्री मोदी की नीति का हिस्सा है।
- भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर जोर दिया गया।
पटना, 22 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गया में आयोजित कार्यक्रम को ऐतिहासिक और अभूतपूर्व करार देते हुए कहा कि इसने मगध की धरती पर अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए।
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम की सफलता के लिए सबसे पहले मैं मगध के मतदाताओं और कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करता हूं। प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन न केवल बिहार, बल्कि पूरे देश के लिए एक मजबूत संदेश दिया। प्रधानमंत्री मोदी का भाषण सुनने के लिए आए लोगों की संख्या हमारी कल्पना से कहीं ज्यादा थी।
उन्होंने कहा कि गया में प्रधानमंत्री मोदी का भाषण उनके झंझारपुर में दिए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' वाले भाषण की तरह प्रभावशाली था। पीएम मोदी ने बिहार के विकास और भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस पर चर्चा करते हुए विपक्ष को करारा जवाब दिया।
दिलीप जायसवाल ने कहा, "प्रधानमंत्री ने उन लोगों को साफ संदेश दिया जो बिहार के विकास के मुद्दे पर भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं। पीएम मोदी का भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा रुख और जीरो टॉलरेंस की नीति देश की जनता सुनती और मानती है। पीएम मोदी का संदेश विपक्ष के लिए भी एक सबक है और देशहित में भी एक मील का पत्थर साबित होगा। प्रधानमंत्री मोदी का गया दौरा और उनका संबोधन बिहार के विकास को नई दिशा देगा।"
वहीं, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए दिलीप जायसवाल ने कहा कि ऐसी टिप्पणी केवल लालू प्रसाद यादव ही कर सकते हैं। नेताओं को अपनी भाषा पर नियंत्रण रखना चाहिए। अगर अहंकार में आकर नेता शब्दों का दुरुपयोग करेंगे, तो मुझे लगता है कि भगवान भी उन्हें माफ नहीं करेंगे। अहंकार कभी किसी के काम नहीं आया। ऐसी भाषा का प्रयोग और ऐसे बयान देना उचित नहीं है। हम भी बोल सकते हैं, लेकिन सम्मानपूर्वक बोलते हैं, यह ध्यान में रखते हुए कि यह मोक्ष की भूमि है जहां लोग मुक्ति की तलाश में आते हैं। ऐसी भाषा उचित नहीं है।
उन्होंने कहा कि गया को मोक्ष की धरती के रूप में जाना जाता है। ऐसे में इस तरह की भाषा का उपयोग अनुचित है। बिहार की जनता विकास और सुशासन चाहती है और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में यह संभव हो रहा है। हम बिहार के विकास के लिए और अधिक मेहनत कर रहे हैं ताकि राज्य नई ऊंचाइयों को छू सके।