क्या प्रधानमंत्री मोदी ‘गुदड़ी के लाल’ हैं, और कांग्रेस सत्ता के बिना क्यों छटपटा रही है?
सारांश
Key Takeaways
- सुधांशु त्रिवेदी ने दिग्विजय सिंह के बयानों पर प्रतिक्रिया दी।
- प्रधानमंत्री मोदी को ‘गुदड़ी के लाल’ कहा गया।
- कांग्रेस का नेतृत्व ‘जवाहर के लाल’ की तुलना में कमजोर है।
- राहुल गांधी की समझ पर सवाल उठाए गए हैं।
- 2024 के चुनावों में कांग्रेस की स्थिति ख़राब हो सकती है।
नई दिल्ली, 27 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के ट्वीट और उनके बयान पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं राज्यसभा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
उन्होंने कहा कि भाजपा की एक प्रसिद्ध तस्वीर में लालकृष्ण आडवाणी कुर्सी पर बैठे हैं और उस समय युवा कार्यकर्ता रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीचे बैठे हुए हैं। यह भाजपा की कार्यशैली का प्रतीक है, जो दर्शाता है कि किस प्रकार एक साधारण व्यक्ति अपनी क्षमता और संगठन के सहयोग से शीर्ष स्तर तक पहुंच सकता है और भारत के सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में उभर सकता है।
उन्होंने आगे कहा कि शायद दिग्विजय सिंह अब बहुत अनुभवी हो गए हैं और लंबे समय से राजनीति को देख रहे हैं, इसलिए उन्हें यह समझ में आया होगा कि प्रधानमंत्री मोदी वास्तव में गुदड़ी के लाल हैं, जबकि कांग्रेस का नेतृत्व ‘जवाहर के लाल’ की तुलना में कहीं पीछे है।
कांग्रेस पर कड़ा प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस का नेतृत्व अगर ‘जवाहर के लाल’ है, तो वह उलट-पुलट में है, जिससे पार्टी भी नीचे गिर रही है। प्रधानमंत्री मोदी नीचे से ऊपर उठे हैं, इसलिए वे पार्टी को भी ऊपर ले जाने का प्रयास कर रहे हैं। अब राहुल गांधी नीचे गिर चुके हैं, और इसी कारण उनकी पार्टी भी नीचे जा रही है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की समझ पर सवाल सिर्फ दिग्विजय सिंह ने नहीं उठाया है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपनी पुस्तक ‘द प्रॉमिस्ड लैंड’ के अध्याय 24 में लिखा है कि राहुल गांधी एक ऐसे छात्र हैं जो अपने शिक्षक को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनमें वास्तविक ज्ञान का अभाव है। सत्ता के बिना कांग्रेस छटपटा रही है, और 2024 के बाद यह छटपटाहट और अधिक बढ़ जाएगी।