क्या आम आदमी पार्टी प्रदूषण को लेकर भ्रम फैला रही है?

सारांश
Key Takeaways
- आम आदमी पार्टी ने पिछले 10 वर्षों से प्रदूषण को लेकर भ्रम फैलाया है।
- दिल्ली का मौसम अब साफ है और प्रदूषण कम है।
- सर्वोच्च न्यायालय की अनुमति एक सकारात्मक संदेश है।
- राजनीतिक तुष्टिकरण की नीति पर सवाल उठाए गए हैं।
- विकास और पर्यावरण संरक्षण साथ-साथ चल सकते हैं।
नई दिल्ली, 17 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी के नेता गोपाल राय द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में जिस तरीके से दिल्ली के प्रदूषण को लेकर जनता में भ्रम फैलाने का प्रयास किया गया है, वह अत्यंत दुखद है और यह वही कार्य है जिसे वह पिछले 10 वर्षों से करते आ रहे हैं।
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि जब आम आदमी पार्टी सत्ता में थी, तब दीवाली के दौरान दिल्ली की जनता को प्रदूषण का भ्रम दिखा कर ग्रीन पटाखों पर भी प्रतिबंध लगवाने का प्रयास किया गया था और सही आंकड़े पेश न करके न्यायालय को भी गुमराह करने की कोशिश की गई थी।
अब, जब न्यायालय ने दिल्ली में ग्रीन पटाखेप्रदूषण का बहाना बनाकर आम आदमी पार्टी के नेता ग्रीन पटाखों पर प्रतिबंध लगाने का प्रयास कर रहे हैं। सचदेवा ने कहा कि दिल्ली का मौसम अब बिल्कुल साफ है और प्रदूषण भी पहले की तुलना में बहुत कम है। इस बार दिल्ली में संस्कृति और पर्यावरण का समन्वय देखने को मिलेगा।
उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय की अनुमति न केवल दिल्लीवासियों के लिए एक राहत का विषय है, बल्कि यह देश के लिए एक सकारात्मक संदेश है कि विकास, परंपरा और पर्यावरण संरक्षण साथ-साथ चल सकते हैं। सचदेवा ने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी एक विशेष वर्ग को खुश करने के लिए लगातार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है, और यही कारण है कि आज दिल्ली में वह अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही है।