क्या पुणे में पति ने पत्नी की हत्या कर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई?
सारांश
Key Takeaways
- पति ने पत्नी की हत्या की और खुद गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
- पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 103 के तहत मामला दर्ज किया।
- आरोपी ने अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह के कारण हत्या की।
- इस मामले में जांच और सुनवाई जारी है।
- पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, जिसके चलते आरोपी ने अपनी गलती स्वीकार की।
पुणे, 8 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पुणे के वारजे माळवाड़ी पुलिस ने एक चौंकाने वाली हत्या का खुलासा किया है। यह घटना एक फिल्मी कहानी की तरह सामने आई, जहाँ एक गुमशुदगी की रिपोर्ट के माध्यम से शुरुआत हुई और अंत में उस व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया जिसने अपनी पत्नी के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी।
यह घटना 28 अक्टूबर की है। वारजे माळवाड़ी पुलिस थाने में समीर पंजाबराव जाधव (42) ने अपनी पत्नी के गायब होने की शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया कि उसकी पत्नी श्रीराम मिसळ हाऊस, गोगलवाडी फाटा, मुंबई-बेंगलुरु हायवे, शिंदेवाडी, पुणे से अचानक लापता हो गई है। इसके बाद मामले को राजगड पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया।
प्रारंभिक जांच में यह मामला साधारण गुमशुदगी का लगा, लेकिन जैसे-जैसे पुलिस ने पूछताछ को गहराई से किया, पति के बयानों में कई विरोधाभास सामने आने लगे। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विश्वजीत काईंगडे ने उपनिरीक्षक संजय नरळे और नितीन गायकवाड को मामले की जांच जारी रखने का निर्देश दिया। जब आरोपी से सख्ती से पूछताछ की गई, तो समीर जाधव ने स्वीकार किया कि उसने ही अपनी पत्नी की हत्या की है।
पुलिस की जांच में यह पता चला कि आरोपी को अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह था। इसी संदेह के चलते उसने एक फिल्मी अंदाज में साजिश रचकर उसकी हत्या कर दी और खुद गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई ताकि किसी को शक न हो।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 103 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। राजगड पुलिस स्टेशन द्वारा आगे की विस्तृत जांच की जा रही है।
इस कार्रवाई को पुणे परिमंडल-3 के उपायुक्त संभाजी कदम और सहायक पुलिस आयुक्त भाऊसाहेब पठारे के मार्गदर्शन में अंजाम दिया गया। जांच टीम में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विश्वजीत काईंगडे, उपनिरीक्षक संजय नरळे, नितीन गायकवाड सहित कर्मचारी गणेश कर्चे, सुनिल मुठे, योगेश वाघ, शरद पोळ और शिरीष गावडे शामिल थे।